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Jodhpur में शादी के 54 साल बाद तलाक का केस दर्ज, जानें मामला

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जोधपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान हाईकोर्ट में इस साल की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में आज करीब 40 हजार पेंडिंग मामलों की सुनवाई के लिए कुल 12 बैंच का गठन किया गया। लोक अदालत में एक खास मामला सामने गया। 60 साल से ज्यादा की उम्र के पति-पत्नी के तलाक के केस में राजीनामा करवाया गया। इस दौरान दंपती के बच्चे भी मौजूद रहे।राजीनामा से मामलों के निपटारे के लिए हाईकोर्ट में 3 बैंच और सेशन कोर्ट में 9 बैंच बनाई गई। हाईकोर्ट में राजीनामा योग्य 2 हजार केस, सेशन कोर्ट में 39 हजार 629 मामले और प्री-लिटिगेशन 22 हजार 755 मामले सुलझाए जा रहे हैं।

60 की उम्र में फाइल किया था तलाक का केस

फैमिली कोर्ट के जस्टिस वरुण तलवार की बैंच 2 में परिवादियों ने 10 से चल रहे केस वापस लिए। राजीनामे योग्य 76 से अधिक मामलों का निस्तारण किया गया। एक मामले के अनुसार- फैमिली कोर्ट नंबर दो में साल मई महीने में एक बुजुर्ग दंपती ने मिचुअल तलाक का केस फाइल किया था।दंपती की उम्र 60 साल से ज्यादा है। मामले को लेकर लोक अदालत में समझाइश की गई। दोनों कपल के परिवार के सदस्य और उनके बच्चे भी कोर्ट पहुंचें। दोनों के बीच राजीनामा करवाया गया, जिसके बाद दोनों कोर्ट से साथ गए।

हाईकोर्ट में 2 हजार केस पर हुई सुनवाई

हाईकोर्ट में न्यायालय विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष और सीनियर जस्टिस पुष्पेंद्र सिंह भाटी के निर्देशन में 2 हजार से ज्यादा मामलों को चिह्नित किया। बैंच संख्या 1 में जस्टिस मदन गोपाल व्यास को अध्यक्ष एवं अधिवक्ता डॉ. प्रमिला आचार्य को सदस्य, बैंच संख्या 2 में जस्टिस कुलदीप माथुर को अध्यक्ष एवं अधिवक्ता डॉ. प्रतिष्ठा दवे को सदस्य, बैंच संख्या 3 में जस्टिस योगेन्द्र कुमार पुरोहित को अध्यक्ष एवं वकील सुमन अग्रवाल ने सदस्य के रूप में सुनवाई की।

9 बैंचों में सुलझे मामले

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पुखराज गहलोत ने बताया- 21 सितंबर तक कोर्ट में राजीनामे योग्य 39 हजार 629 केस व प्रिलिटिगेशन में कुल 22 हजार 755 केस चिह्नित किए गए। इसके लिए 9 बैंच में से 7 बैंच लंबित प्रकरणों और 1 बैंच में पारिवारिक कोर्ट के मामले सुलझाए गए.

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