प्रदेश के प्रत्येक जिले में न्यूनतम 20 प्रतिशत विद्यालयों का चयन कर औचक निरीक्षण करना है। विद्यालय चयन में जिला एवं ब्लॉक मुयालय के संयुक्त रूप से कम से कम 20 विद्यालय अवश्य शामिल करने हैं। साथ ही चयनित विद्यालयों में से भी 20 प्रतिशत विद्यालय वो होंगे जो दूरस्थ, दुर्गम स्थानों पर स्थित है। विद्यालय चयन में उन विद्यालयों को प्राथमिकता देनी होगी, जिनका 2 वर्षों में एक बार भी निरीक्षण नहीं हो पाया है। चयनित विद्यालयों में सभी श्रेणी के जैसे राजकीय विद्यालय, संस्कृत विद्यालय, मदरसे शामिल होंगे। प्रदेश के प्रत्येक जिले में 20 प्रतिशत विद्यालय का चयन कर 19 व 20 सितंबर को मिड डे मील योजनान्तर्गत मध्याह्न भोजन, खाद्यान्न एवं पन्नाधाय बाल गोपाल योजना का निरीक्षण गठित दलों द्वारा किया जाएगा। इसका उद्देश्य योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति का आकलन करना है।
जिला एवं खण्ड स्तरीय अधिकारियों की ओर से प्रस्तुत की जाने वाली निरीक्षण रिपोर्ट की समीक्षा जिला कलक्टर द्वारा की जाएगी। निरीक्षण में पाई गई कमियों पर तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे, जिससे की बेहतर क्रियान्वयन हो सकें। साथ ही गबन, अनियमितता, चोरी आदि के मामले सामने आते हैं तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। 26 सितंबर तक कार्यवाही रिपोर्ट आयुक्तालय भेजनी होगी।
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