खंडवा, 13 अप्रैल . मध्य प्रदेश के खंडवा में रविवार को जलसंकट को लेकर महिलाओं ने चक्काजाम कर दिया. विरोध-प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे एसडीएम बजरंग बहादुर की महिलाओं के साथ तीखी बहस हो गई. महिलाओं ने कहा कि वे गृहिणियां हैं और नियम-कायदे नहीं जानतीं, लेकिन जब हालात असहनीय हो गए तो सड़कों पर उतरने को मजबूर हुईं. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एसडीएम ने न केवल धमकी दी, बल्कि बदसलूकी करते हुए अफसरशाही का रौब भी दिखाया.
दरअसल, शहर में नर्मदा पाइपलाइन के बार-बार फूटने से दो हफ्तों से लगातार पानी की किल्लत है. रविवार को महिलाओं का सब्र टूट गया. उन्होंने इंदिरा चौक पर प्रदर्शन किया. इस बीच महिलाओं और एसडीएम बजरंग बहादुर के बीच तीखी बहस हो गई. इस दौरान सीएसपी अभिनव बारंगे, तहसीलदार महेश सोलंकी और टीआई अशोक सिंह चौहान भी मौके पर मौजूद रहे.
एसडीएम बजरंग बहादुर का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर महिलाओं ने नगर निगम के तीन-चार कर्मचारियों से संपर्क कर उनसे शिकायत की थी. समस्या का समाधान ना होने पर उन्होंने चक्काजाम कर दिया. जबकि ऐसा करना गलत है, चक्काजाम अपने आप में अपराध है. उस क्षेत्र में पानी की बराबर सप्लाई न होने के संबंध में हमने नगर निगम और विश्वा कंपनी के लोगों को वाल्व चेक करने के निर्देश दिए हैं.
तोमर
You may also like
ये छोटा चना कर सकता है बड़े कमाल, जानें कैसे!
भारत में 2026 तक बनने वाले 70 प्रतिशत मॉल 'ए प्लस' कैटेगरी के होंगे: रिपोर्ट
भारत अगस्त में सफेद गेंद की सीरीज के लिए बांग्लादेश का दौरा करेगा
उत्तराखंड : हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 18 अवैध मदरसों पर कार्रवाई; 17 सील, एक का अधिग्रहण
बाजवा का हाईकोर्ट जाना उनका मौलिक अधिकार : अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग