देहरादून, 02 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) Uttarakhand की ओर से चलाए जा रहे स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत अब तक प्रदेशभर में 21,268 शिविर (स्क्रीनिंग एवं स्पेशलिटी कैंप) लगाए गए हैं. इन शिविरों में कुल 13.48 लाख से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य जांच कराई.
इन शिविरों में लोगों को विभिन्न बीमारियों की जांच और परामर्श उपलब्ध कराया गया. अब तक 5.87 लाख से अधिक लोगों की उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) की जांच हुई है, जबकि 5.50 लाख से अधिक लोगों ने मधुमेह (डायबिटीज) की जांच कराई है. इसी तरह 4.90 लाख लोगों की कैंसर (मुख, गर्भाशय ग्रीवा एवं स्तन) की स्क्रीनिंग की गई है.
प्रदेशभर में 95,628 लोगों की टीबी जांच की गई और 13,155 लोगों का निक्शय मित्र पोर्टल पर पंजीकरण हुआ है. सिकल सेल रोग की जांच 276 लोगों की हुई और 23 सिकल सेल कार्ड वितरित किए गए हैं. इसके अलावा 6.99 लाख से अधिक लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों से संबंधित काउंसलिंग दी गई है.
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक 11,786 नए कार्ड बनाए गए हैं. वहीं, ई-रक्तकोष पोर्टल के माध्यम से 67,807 रक्तदाताओं का पंजीकरण हुआ है और 8,885 यूनिट रक्त संग्रहित किए गए हैं.
महिला स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. गर्भवती महिलाओं के लिए अब तक 87,954 एएनसी (प्रेग्नेंसी चेकअप) कराए गए हैं, जबकि महिलाओं ने बड़ी संख्या में कैंसर जांच शिविरों में हिस्सा लिया है.
सरकार की प्राथमिकता हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है: Chief Minister
Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है. जिस तरह से ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ को जनता का सहयोग मिल रहा है, वह अपने आप में प्रेरणादायक है. हमारी सरकार चाहती है कि राज्य की हर नारी स्वस्थ हो और हर परिवार सशक्त बने. यही कारण है कि स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से हम अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचा रहे हैं. हमारा संकल्प है कि—हर घर की थाली शुद्ध रहे और हर परिवार की खुशियां सुरक्षित रहें.
शिविरों के माध्यम से लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेशभर में आयोजित इन स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लाखों लोग स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं. कैंसर,डायबिटीज,टीबी और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों की जांच और रोकथाम के लिए यह अभियान एक मील का पत्थर साबित हो रहा है. खासकर महिला एवं बाल स्वास्थ्य को इस अभियान की केंद्रबिंदु बनाया गया है. हमारी कोशिश है कि गांव-गांव, दूरस्थ क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचे और कोई भी व्यक्ति इलाज से वंचित न रहे.
स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर. राजेश कुमार ने कहा कि यह अभियान आमजन को मुफ्त जांच, परामर्श और उपचार उपलब्ध कराने का सशक्त माध्यम है. स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार हर जनपद में सक्रिय हैं और जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान कर रही हैं.
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
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