धमतरी, 22 जून (Udaipur Kiran) । अंचल में खरीफ फसल की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। आशानुरूप वर्षा नहीं होने से किसान फसल की बुआई को लेकर चिंतित हैं। किसान तेज वर्षा का इंतजार कर रहे हैं, ताकि खेतों में डाले गए बीज से अंकुरण हो सके। सिंचाई साधन संपन्न किसानों ने पहले ही खेतों की मताई कर रखी है। मानसूनी वर्षा का सभी को इंतजार है।
इस साल समय से पहले बेमौसम वर्षा तो हुई लेकिन वर्षा पर ब्रेक लगने से किसानों की तैयारी को देखते हुए किसान समय से पहले खरीफ खेती-किसानी की तैयारी में जुट गए हैं। मौसम को देखते हुए किसान सूखा बोनी के लिए खेतों में ट्रेक्टर से हला चला रहे हैं, ताकि अच्छी बारिश होते ही सूखा बोनी के लिए बीज का छिड़काव कर सकें। सिंगल फसल लेने वाले और मानसून पर निर्भर होकर खेती-किसानी करने वाले जिले के किसान अपने खेतों में खरीफ धान फसल लेने की तैयारी में जुठे हुए हैं। कई किसान खेतों की साफ-सफाई कर उसमें गोबर सहित उर्वरक डाल रहे हैं। वहीं रबी फसल की कटाई-मिंजाई कर चुके किसान अब पुन: अपने खेतों की साफ सफाई में जुट हुए है।
खरीफ फसल की तैयारी कर रहे कई किसानों द्वारा ट्रैक्टर व बैलगाड़ी के माध्यम से गोबर खाद खेतों पहुंचाया जा रहा है। जैसे ही बारिश शुरू होगी खेती किसानी के काम तेजी आएगी। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के किसान खेतों के अलावा खरीफ धान फसल के लिए सोसाइटियों से खाद व बीज खरीदकर स्टाक कर रहे हैं, ताकि उन्हें समय पर इसके लिए भटकना न पड़े। हर साल खेती-किसानी के मुख्य सीजन में यूरिया खाद के लिए किसानों को भटकना पड़ता है। इन दिनों सोसाइटियों में खाद व बीज उठाव के लिए किसानों की भीड़ लग रही है। सुबह से किसान व मजदूर खेतों में नजर आ रहे हैं। ग्राम गाड़ाडीह, रामपुर, कोर्रा, इर्रा सहित अनेक गांव में किसान जुताई में व्यस्त हैं। किसान प्रभुराम साहू, बुलाकी साहू ने कहा कि खेतों में खुर्रा बोनी की गई है। वर्षा का इंतजार है।
सोसाइटी में डीएपी खाद खत्म, चक्कर काट रहे किसान
ग्राम डाही और बोड़रा सोसाइटी के किसानों को डीएपी खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। सोसाइटी में डीएपी खाद का स्टाक खत्म हो गया है। किसान डीएपी खाद लेने पहुंचे थे, जिन्हें मायूस लौटना पड़ा। किसान लेखू राम डाहरे, पुरण खरे ने बताया कि सप्ताह भर से डीएपी खाद के लिए सोसाइटी के चक्कर काट रहे हैं। इससे किसानी कार्य प्रभावित हो रहा है। । खेतों की साफ सफाई कर जैविक खाद डाला जा रहा है। सोसाइटियों में भी किसान खाद बीज खरीदने पहुंच रहे हैं। सोसाइटी से डीएपी खाद नहीं मिल रहा है। इसके लिए पिछले सप्ताह भर से चक्कर काट रहे हैं, पर मायूसी हाथ लगती है। डीएपी खाद के अभाव में कृषि कार्य प्रभावित हो जाएंगे। खेतों में खुर्रा बोनी नहीं कर पा रहे हैं। हर साल खाद बीज के संकट से जूझना पड़ता है फिर भी सोसाइटी की ओर से कोई कारगर पहल नहीं की जाती। डाही सहित आसपास के गांवों के किसान खरीफ फसल की तैयारी को छोड़कर खाद के लिए सोसाइटी का चक्कर काट रहे हैं। किसानाें की समस्या को देखते हुए जल्द डीएपी खाद का प्रबंध कराना चाहिए।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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