जयपुर, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान में मानसून के सक्रिय होते ही प्रदेशभर में बारिश का दौर शुरू हो गया है। विशेष रूप से पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के जिलों में लगातार तेज बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन पर असर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार से पांच दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। गुरुवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश जालोर में 136 मिलीमीटर मापी गई। यहां तेज बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया। भीनमाल के पास रोपसी नदी की रपट पर एक ईको कार बह गई, जिसे ग्रामीणों ने समय रहते चालक समेत बाहर निकाल लिया।
माैसम विभाग की रिपाेर्ट के अनुसार बाड़मेर, जोधपुर, फलोदी, पाली और टोंक जिलों में भी अच्छी बारिश हुई। बाड़मेर के सिवाना में 75 मिमी, समदड़ी में 64 मिमी, बालोतरा में 53 मिमी और पचपदरा में 52 मिमी बारिश हुई। पाली जिले के बाली में 58 मिमी और जोधपुर के शेरगढ़ में भी 58 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। राजसमंद के खमनोर में 53, सीकर के पलसाना में 40 और टोंक के निवाई में 42 मिमी बारिश हुई। फलोदी के लोहावट में 44 मिमी बारिश मापी गई।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को जयपुर, दौसा और टोंक जिलों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य अधिकांश जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। केवल गंगानगर जिला इससे बाहर है। विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक कोटा, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और उदयपुर संभाग के जिलों में रुक-रुक कर तेज बारिश हो सकती है।
पश्चिमी राजस्थान के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और बीकानेर से गुजर रही ट्रफ लाइन के कारण जोधपुर और बीकानेर संभाग में भी मेघगर्जन के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है।
तेज बारिश के कारण कई जगह हादसे भी हुए हैं। टोंक जिले के बीसलपुर बांध का जलस्तर 24 घंटे में 71 सेंटीमीटर बढ़ गया है। वहीं, ब्यावर के पास बर क्षेत्र में एनीकट में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई। ये बच्चे एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में बह गए। भीलवाड़ा में भी बुधवार को आई बारिश के दौरान तीन लोग पानी में बह गए थे, जिनमें से दो के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि एक की तलाश जारी है। भीलवाड़ा शहर में कई घरों में बारिश का पानी घुस गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात का जायजा लेने पहुंचे भाजपा नेता को नाराज लोगों की भीड़ ने पीट दिया।
बारिश से प्रदेश के जल स्रोतों को संजीवनी जरूर मिली है, लेकिन लगातार हो रही तेज बारिश से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त भी हो गया है।
पाली जिले के सिरियारी थाना क्षेत्र के पास अरावली की वादियों में स्थित भील बेरी का झरना तेज बारिश के चलते बहने लगा है, जिससे पर्यटन प्रेमियों की आवाजाही बढ़ने लगी है।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। लोगों से भी अपील की गई है कि वे बारिश के दौरान सतर्कता बरतें और अनावश्यक रूप से जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाएं।
—————
(Udaipur Kiran) / रोहित
You may also like
Rajasthan: पूर्व मुख्यमंत्री ने बजरी माफियों को लेकर सरकार पर साधा निशाना, सबके सब हैं एक दूसरे....पहुंचता हैं इनके पास....
उत्तराखंड में नागर विमानन सम्मेलन: 18 हेलीपोर्ट्स का काम जारी, CM धामी ने पर्वतीय विमानन नीति बनाने की मांग की
शाहनवाज हुसैन का दावा, 'बिहार चुनाव में एनडीए 200 से अधिक सीटें जीतेगी'
सीएम मोहन यादव ने किया 94 हजार मेधावी छात्रों को लैपटॉप के लिए 25 हजार रुपये की राशि का वितरण
उत्तराखंड में अतिवृष्टि की स्थिति पर गृहमंत्री ने ली जानकारी