जींद, 30 मई . कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा तथा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत शुक्रवार को जिले के नौ गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए गए. कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा के प्रभारी डा. रामकरण ने बताया कि विकसित कृषि संकल्प अभियान का उद्देश्य किसानों की उपज बढाना तथा सीधे संवाद से कृषि में आ रही समस्याओं को जानना व प्रतिपुष्टि करना है.
इस अभियान के लिए जिले में तीन टीमें गठित की गई हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिक डा. संदीप सिहाग ने गांव पोंकरीखेड़ी, राजपुरा और रामराय में धान की विभिन्न किस्मों तथा इसमें आने वाले खरपतवारों के प्रबंधन की जानकारी दी. राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिक डा. मगन सिंह तथा डा. पी बरनवाल ने पशुओं की देखभाल तथा दुग्ध उत्पादन बढ़ाने बारे जानकारी दी. पशु चिकित्सक डा. दीपक ने पशुओं में आने वाली बीमारियों जैसे थनैला रोग आदि के प्रबंधन के बारे में बताया.
कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा के मृदा वैज्ञानिक डा. धीरज पंघाल ने मिट्टी व पानी की जांच करवाने तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड के हिसाब से उर्वरक डालने की सलाह दी. कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा के इंजीनियर रवि ने खेती में प्रयोग होने वाली विभिन्न मशीनों के रखरखाव व उनके उचित प्रयोग बारे बताया. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के खंड कृषि अधिकारी डा. रवि कादियान ने कृषि विभाग की विभिन्न स्कीमों के बारे में जानकारी दी. इनके अलावा कार्यक्रम में मत्स्य, बागवानी आदि से भी अधिकारी शामिल रहे.
दूसरी टीम में शामिल राष्ट्रीय पशु अनुवांशिक संसाधन ब्यूरो आरएस कटारिया, राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल से डा. अजमेर सिंह कुंडू, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान करनाल से डा. मनोज कुमार यादव, मत्स्य विभाग से मुस्कान, कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा के विस्तार शिक्षा विशेषज्ञ डा. पवन तथा डा. प्रीति मलिक ने गांव बीबीपुर, बहबलपुर, ईगराह में अपने-अपने विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. तीसरी टीम में पशु चिकित्सक डा. नवीन, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से डा. भूपेन्द्र, कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा के डा. राजेश सैनी व सुरेंद्र मित्तल, मत्स्य से अंकित, बागवानी विभाग से रविंद्र ने गांव उदयपुर, दुर्जनपुर व नचार खेड़ा में विस्तार से जानकारी प्रदान की.
—————
/ विजेंद्र मराठा