उच्च अधिकारियों ने वीडियोग्राफी करकेे शुरू की जांच
पानीपत, 28 जून (Udaipur Kiran) । पानीपत स्थित राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी की प्रदूषण के स्तर की जांच करने के लिए एकत्र किए गए नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में ले जाने के बाद बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। अधिकारी ने नमूने इकट्ठे तो किए, लेकिन वे इन नमूनों को तय मानकों पर लैब तक नहीं ले गए। जिससे कि नमूनों के फेल होने की संभावनाएं न के बराबर हो गई। पानीपत के प्रदूषण अधिकारी भूपेंद्र चहल की इस बड़ी लापरवाही को खुद उच्च अधिकारियों ने ही पकड़ लिया। जिसकी बाकायदा वीडियो भी बनाई गई। अधिकारी को फटकार तो लगाई ही गई, साथ ही उनकी जांच भी शुरू करा दी गई है । बोर्ड के अधिकारियों ने लापरवाही की जांच भी शुरू कर दी है। विभाग के अनुसार एचएसपीसीबी के अधिकारियों ने पानीपत स्थित कुछ उद्योगों से निकलने वाला पानी प्रदूषित है या नहीं, इसकी जांच के लिए नमूने एकत्र किए थे। क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) भूपेंद्र सिंह चहल व अन्य अधिकारियों के साथ शुक्रवार को पंचकूला स्थित प्रयोगशाला में जांच के लिए नमूने लेकर गए थे। जैसे ही अधिकारी एचएसपीसीबी मुख्यालय सैंपल लेकर पहुंचे, वहां मुख्य अभियंता बलराज सिंह अहलावत, वरिष्ठ पर्यावरण अभियंता जेपी सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने एसडीओ और अन्य अधिकारियों के साथ सैंपल बॉक्स की जांच की। जिसमें सभी नमूने प्रयोगशाला के विश्लेषण के लिए तय मानदंडों पर संरक्षित नहीं किए गए थे।
नियमों के अनुसार, पानी के सभी नमूनों को उचित तरीके से संरक्षित किया जाना चाहिए और तापमान 4 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं, इसे बर्फ की थैली में संरक्षित किया जाना चाहिए। लेकिन, अधिकारी ने नमूनों को संरक्षित करने के लिए कोई बर्फ की थैली नहीं रखी थी। लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेज दी है। नमूनों की जांच का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। —————
(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
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