झाबुआ, 29 सितंबर (Udaipur Kiran News) . Madhya Pradesh के जनजातीय बाहुल्य झाबुआ जिले में 3 से 18 अक्टूबर तक विकसित कृषि संकल्प अभियान के माध्यम से किसानों से सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा. अभियान के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा स्थानीय स्तर पर किसानो से सीधा संवाद स्थापित करते हुए खेती किसानी के संबंध में ईजाद की गई नवीन एवं उन्नत तकनीकी एवं किसानो द्वारा कृषि के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों की जानकारी प्रदान की जाएगी, साथ ही रबी मौसम के पूर्व तैयारी हेतु कृषि एवं कृषि से सम्बद्ध विभागों के अधिकारियों द्वारा केन्द्रीय तथा राज्य स्तर से संचालित विभागीय योजनाओं की जानकारी भी कृषकों को दी जाएगी. अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला कलेक्टर द्वारा जिला स्तर से विधान सभावार 3 विकासखण्ड स्तरीय तकनीकी दलों का गठन किया गया है.
जिला कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता में विकसित कृषि संकल्प अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित बैठक में इस संबंध में कार्ययोजना तैयार की गई है. बैठक में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कृषि अभियांत्रिकी, सहकारिता इत्यादि विभाग के अधिकारियो के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक उपस्थित रहे.
बैठक में तय की गई कार्य योजना अनुसार जिले में आगामी 3 से 18 अक्टूबर 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान के माध्यम से किसानों से सीधा संवाद स्थापित किये जाने हेतु रबी मौसम के पूर्व तैयारी हेतु कृषि एवं कृषि से सम्बद्ध विभागों में संचालित केन्द्रीय तथा राज्य स्तर से संचालित विभागीय योजनाओं तथा कृषि वैज्ञानिको द्वारा खेती किसानी के संबंध में ईजाद की गई नवीन एवं उन्नत तकनीकी एवं किसानो द्वारा कृषि के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों की जानकारी प्रदान किए जाने हेतु कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिको द्वारा स्थानीय स्तर पर किसानो से सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा.
कृषि उप संचालक एन एस रावत ने Monday को बताया कि उक्त अभियान के संबंध में जिला कलेक्टर नेहा मीना द्वारा ली गई बैठक में अभियान की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है. जिला कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश देते हुए जिला स्तर से विधानसभावार विकासखण्ड स्तरीय तीन तकनीकी दलों का गठन किया गया है. गठित किए गए प्रत्येक दल में एक-एक कृषि वैज्ञानिक के साथ (कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी एवं मत्स्य पालन, कृषि अभियांत्रिकी सहित पंचायत सचिव, रोजगार सहायक एवं प्रगतिशील कृषक इत्यादि) को नांमाकित किया जाकर दल का गठन किया गया है.
कृषि अधिकारी के अनुसार जिला कलेक्टर के निर्देश पर निश्चित कार्यक्रम अनुसार तकनीकी दल जिले में प्रतिदिन 3 ग्राम पंचायतों का भ्रमण करेगा. इस प्रकार 3 दलों के द्वारा प्रतिदिन जिले के 09 ग्राम पंचायतों का भ्रमण किया जा सकेगा. रूटचार्ट अनुसार उक्त 15 दिवस में जिले की 375 ग्राम पंचायतो में से 03 तकनीकी दल 135 ग्राम पंचायतों में भ्रमण करेगा, जिसमें उक्त ग्राम पंचायतों की निकट की शेष ग्राम पंचायतों को शामिल करते हुए किसानो की सहभागिता कराई जाएगी.
बैठक में मौजूद विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिला कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि अभियान के तहत जिले की आवश्यकता के अनुरूप उन्नत कृषि, संतुलित खेती, उद्यानिकी फसलों जैसी प्राथमिकताएं निर्धारित कर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करें. साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से बड़ी ग्राम पंचायत में वर्कशॉप का आयोजन किया जाए. कलेक्टर ने कहा कि अभियान के तहत की जाने वाली गतिविधियों का शेड्यूल एवं रोस्टर बनाकर दलों के द्वारा भ्रमण करने हेतु व्यवस्थित ड्यूटी चार्ट एवं रूट चार्ट का पालन किया जाए. उन्होंने कहा कि अभियान के तहत की जाने वाली गतिविधियों का गंभीरतापूर्वक क्रियान्वयन किया जाए. कृषि एवं संबद्ध विभागों के लंबित प्रकरणों को पूर्ण करने का कार्य करें. जिले में नैनो यूरिया की जागरूकता के लिए भी प्रयास किया
जाए.
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(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
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