ग्वालियर, 28 अप्रैल . ग्वालियर में साेमवार काे कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ’ रैली का आयोजन किया गया था. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने यह तक फैसला ले लिया कि अब वह मंच पर नहीं बैठेंगे. दिग्विजय सिंह फूलबाग में कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली को संबोधित कर रहे थे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह अब कभी मंच पर नहीं बैठेंगे, मंच के नीचे बैठेंगे. जब उनके बोलने की बारी आएगी, तभी वो मंच पर चढ़ेंगे. दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेताओं से मंच की लड़ाई खत्म करने की अपील की है.
दरअसल, कांग्रेस संगठन की ओर से हाल ही में तय किया गया था कि अब जब भी आयोजन होगा तो मंच पर कोई भी पदाधिकारी नेता नहीं बैठेंगे. मंच पर सिर्फ वही जाएगा जिसका संबोधन होना होगा. लेकिन तय किए गए एजेंडे के बाद सबसे पहले बड़ा आयोजन ग्वालियर के लक्ष्मी बाई समाधि स्थल के सामने संविधान बचाओ रैली के रूप में आयोजित हुआ. जिसमें मंच पर 10-20 नहीं बल्कि एक सैकड़ा से अधिक नेता पदाधिकारी बैठे हुए नजर आए. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी के सामने जब कार्यक्रम का आखिरी संबोधन देने के लिए दिग्विजय सिंह पहुंचे तो उन्होंने मंच के सामने की खाली पड़ी हुई कुर्सियों को देखा. इसके बाद मंच पर बैठे हुए सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी, विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्रियों को देखा.
इसके बाद दिग्विजय सिंह ने मंच से ही हाथ जोडकर कहा कि मेरी माननीय महासचिव, माननीय अध्यक्ष जी, माननीय उपस्थित प्रदेश प्रभारी और सम्मानीय मंच से निवेदन है कि मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि अब यह मंच की लड़ाई समाप्त करो. मैं अनुरोध करता हूं कि आगे से कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में मंच पर नहीं बैठूंगा. मुझे बोलने का मौका देंगे तब मुझे बुला लीजिएगा. जिन्हें मंच पर बैठने के लिए बुलाया जाता है वह रह जाते हैं और न जाने बहुत से लोग आकर बैठ जाते हैं.” इन बातों पर ध्यान दीजिए. दरअसल, ग्वालियर में हुए कांग्रेस के इस कार्यक्रम में करीब 4 से 5 हजार नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे. मंच पर बैठने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में विवाद हुआ.
हालांकि जब इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “मैंने घोषणा कर दी है. मैं आगे से कांग्रेस का मंच हो या कोई भी मंच हो मैं किसी भी मंच पर नहीं बैठूंगा. अगर मुझसे कहा जाएगा तभी बोलने के लिए जाऊंगा. हमारे यहां मंच पर बैठने को लेकर कोई झगड़ा नहीं है. हमारे यहां से ज्यादा परेशानी तो बीजेपी में है.”
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/ नेहा पांडे
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