उज्जैन,20 अप्रैल . संविधान समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर बचपन से ही संघर्षों में पले और उन्होंने विदेश में जाकर पढ़ाई की. इसके बाद जो संविधान में उन्होंने नियम बनाए, उससे आज तक दलित और वंचित वर्ग को न्याय मिल रहा है. यह बात रविवार शाम भारतीय जनता पार्टी कार्यालय,लोक शक्ति भवन पर बाबा भीमराव अंबेडकर जयंती पखवाड़े के तहत आयोजित संगोष्ठी में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने कही.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में साधारण व्यक्ति भी प्रधानमंत्री बन जाता है, ऐसा हमारे देश का संविधान है. यह संविधान बनाने वाले इस समिति के अध्यक्ष भीमराव अंबेडकरजी ही थे. उनके मन में राष्ट्रवाद की भावना थी, इसलिए तमाम संघर्षों के बाद भी उन्होंने सनातन धर्म को नहीं छोड़ा और भारत माता की जय कहने वाले बौद्ध धर्म को अपनाया.
मीडिया प्रभारी दिनेश जाटवा ने बताया कि संगोष्ठी को महापौर मुकेश टाटवाल ने भी संबोधित किया. स्वागत भाषण नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने दिया. कार्यक्रम में विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, निगम सभापति कलावती यादव, रूप पमनानी, राजेंद्र भारती, जगदीश अग्रवाल, वीरेंद्र कावड़िया, महामंत्री सत्यनारायण खोईवाल, विशाल राजोरिया , राजकुमार बंसीवाल, राजकुमार मालवीय, राकेश पंड्या उपस्थित थे . संचालन कमल बैरवा ने किया. आभार मनोज मालवीय ने माना.
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/ ललित ज्वेल
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