वाराणसी,15 जुलाई (Udaipur Kiran) । बड़ागांव पुलिस ने मंगलवार तड़के फुलवरिया कुम्भापुर मोड़ पर मुठभेड़ में गौ तस्कर रियाज उर्फ बिल्ला को दबोच लिया। हालांकि गोली लगने से वह घायल हो गया। पुलिस टीम ने तस्कर के पास से अवैध तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद कर इलाज के लिए उसे अस्पताल भिजवाया। मुठभेड़ की जानकारी पाकर अफसर भी मौके पर पहुंच गए।
एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस टीम को सर्विलांस के जरिए जानकारी मिली कि महमदपुर, थाना बरसठी, जनपद जौनपुर निवासी पशु तस्कर रियाज उर्फ बिल्ला पुत्र अच्छेलाल फुलवरिया की ओर आने वाला हैं । पुलिस टीम ने त्वरित गति से कुम्भापुर मोड़ पर घेराबंदी कर ली। इसी दौरान तस्कर आता दिखा। पुलिस टीम से अपने को घिरा देख तस्कर ने अपने थैले से अवैध तमंचा निकालकर फायर झोंक दिया। पुलिस टीम ने आत्मरक्षा में न्यूनतम बल प्रयोग करते हुए जवाबी कार्रवाई की । जिसमें तस्कर को गोली लगी तो वह गिर पड़ा। पुलिस टीम ने आरोपी को दबोच लिया।
—इसके पहले मुठभेड़ में पुलिस टीम को चकमा देकर भाग गया था
एसीपी पिंडरा ने बताया कि बीते 09 जुलाई को बड़ागांव पुलिस को सूचना मिली थी कि एक महिंद्रा पिकअप वाहन पर गौवंश को लादकर तस्कर बिहार ले जा रहे है। इस पर बड़ागांव पुलिस ने बाबतपुर चौराहे पर चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान वाहन से आ रहे तस्कर पुलिस टीम को देख कर अनेई की ओर भाग निकले। पुलिस टीम के पीछा करने पर चालक प्राथमिक विद्यालय चकखरावन के पास वाहन छोड़ कर भाग निकला। पुलिस टीम ने वाहन की तलाशी तो उसमें 09 राशि गौवंश बरामद हुए। इस मामले में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद पुलिस टीम ने सर्विलांस सेल की तकनीकी सहायता से छानबीन शुरू किया तो इसमें रियाज उर्फ बिल्ला का नाम सामने आया। तब से पुलिस टीम बिल्ला की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत रही।
—लम्बे समय से कर रहा था तस्करी
पूछताछ में रियाज उर्फ बिल्ला ने पुलिस टीम को बताया कि वह पिछले कई वर्षों से गौ-तस्करी से जुड़ा है और पूर्व में भी कई बार जेल जा चुका है। वह अलग-अलग स्थानों पर किराए के मकान लेकर लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता है। बिल्ला ने बताया कि वह गोविंद सिंह (निवासी दरौली, भभुआ, बिहार) के लिए काम करता है, जो विभिन्न वाहन स्वामियों से झूठ बोलकर वाहन किराए पर लेकर उसे गौ-तस्करी के लिए उपलब्ध कराता है। मुठभेड़ में पुलिस से बचने के बाद वह छिपा हुआ था । फिर गोविंद सिंह के कहने पर असलम (निवासी साधू कुटिया, थाना मिर्जामुराद) के साथ एक और खेप ले जाने के लिए बनारस आया था, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में रियाज ने लालू यादव (कुसमुरा), धर्मेंद्र यादव (खरावन) और अरुण कुमार पटेल (भरतपुर) के नाम बताए जो उसके साथ मिलकर गौ-तस्करी करते हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी