मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खपरखूंटा नदी किनारे उस वक्त सनसनी फैल गई, जब वहां एक वृद्ध का शव पड़ा हुआ मिला।
मृतक की पहचान कदौड़ी गांव निवासी 75 वर्षीय रामकरण के रूप में हुई है, जो एक दिन पहले खेत पर काम करने गए थे और तभी से लापता थे।
परिजनों के अनुसार, रामकरण रोजाना की तरह खेत पर काम करने के लिए सुबह निकले थे, लेकिन देर शाम तक जब वे वापस नहीं लौटे तो परिवारवालों ने उनकी तलाश शुरू की।
गांववालों के साथ मिलकर परिजनों ने रातभर आसपास के खेतों और रास्तों पर खोजबीन की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला।
अगली सुबह कुछ ग्रामीण जब खपरखूंटा नदी की ओर गए, तो वहां झाड़ियों के पास एक शव देखा गया। पहचान करने पर पता चला कि वह शव रामकरण का ही था।
सूचना मिलते ही जैतपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
फिलहाल रामकरण की मौत के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है। प्राथमिक दृष्टि में पुलिस इसे संदिग्ध मान रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि रामकरण पूरी तरह स्वस्थ थे और किसी से कोई विवाद भी नहीं था। ऐसे में अचानक उनका शव नदी किनारे मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है।
पुलिस ने आशंका जताई है कि वृद्ध खेत से लौटते समय रास्ता भटककर नदी की ओर चले गए होंगे या उन्हें चक्कर आ गया होगा, जिससे वे गिरकर मृत हो गए। हालांकि, मौत के सही कारण का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा।
गांव में पसरा मातमघटना की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वृद्ध रामकरण अपने मिलनसार स्वभाव और मेहनती जीवनशैली के लिए जाने जाते थे।
उनकी अचानक हुई मौत ने परिजनों को गहरा आघात पहुंचाया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जांच की मांग की है, ताकि अगर कोई अप्राकृतिक कारण हो तो वह सामने आए।
जैतपुर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है कि रामकरण आखिरी बार किसके साथ देखे गए थे और क्या किसी ने कोई संदिग्ध गतिविधि तो नहीं देखी।
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