pc: Froedtert
जब हम दिल के दौरे के बारे में सोचते हैं, तो सीने में अचानक दर्द, दबाव या साँस लेने में तकलीफ़ जैसे आम लक्षण दिमाग में आते हैं। लेकिन क्या हो अगर शरीर हमें कई दिनों से एक वास्तविक चेतावनी दे रहा हो और हम उसे अनदेखा कर रहे हों? हम इस बारे में बाद में और जानेंगे।
ऑर्थोपेडिक और स्पोर्ट्स सर्जन डॉ. ओबैदुर रहमान ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक ज़रूरी चेतावनी दी। उनके अनुसार, लगभग हर मरीज़ को दिल का दौरा पड़ने से पहले एक सामान्य लेकिन अनदेखा लक्षण महसूस होता है। 92 प्रतिशत मरीज़ इसे अनदेखा कर देते हैं। यह लक्षण न तो दर्द है और न ही दबाव, बल्कि सोते समय साँस लेने में तकलीफ़ है। जिसे चिकित्सकीय भाषा में ऑर्थोपनिया कहते हैं।
कई लोग सोचते हैं कि यह समस्या एसिडिटी, तनाव या टेंशन के कारण होती है, लेकिन वास्तव में यह शरीर की ओर से एक गंभीर चेतावनी है। जब दिल कमज़ोर होता है, तो फेफड़ों में रक्त जमा हो जाता है, और जब हम पीठ के बल सोते हैं, तो गुरुत्वाकर्षण कम मदद करता है। इससे साँस लेना मुश्किल हो जाता है।
ऑर्थपनिया सिर्फ़ एक समस्या नहीं, बल्कि हृदय रोग की एक सीधी चेतावनी है। जब आप पीठ के बल सोते हैं, तो आपके निचले शरीर से ज़्यादा रक्त आपके हृदय में वापस प्रवाहित होता है। एक स्वस्थ हृदय आसानी से पंप करता है, लेकिन एक कमज़ोर या कठोर हृदय, जैसे कि हृदय गति रुकने या कोरोनरी धमनी रोग में, उस रक्त के दबाव को सहन नहीं कर पाता। परिणामस्वरूप, आपके फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है और साँस लेना मुश्किल हो जाता है।
अगर आप सोते समय बार-बार अपना तकिया ऊपर उठाते हैं, लेटते समय घुटन महसूस करते हैं, या रात में अचानक घुटन महसूस करते हुए जाग जाते हैं, तो यह तनाव नहीं है; यह आपके शरीर का SOS संकेत है। आपका हृदय अपने ही तरल पदार्थ में डूब रहा है।
You may also like
AFG vs BAN 2nd ODI Prediction: अफगानिस्तान बनाम बांग्लादेश! यहां देखें संभावित XI, पिच रिपोर्ट और लाइव स्ट्रीमिंग से जुड़ी सभी जानकारी
ईपीएफ के सदस्यों को ईपीएस पेंशन से वंचित करने पर हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
बीसीआर का एक्सटेंशन काउंटर का हाईकोर्ट में शुभारंभ
प्रशांत किशोर से मिलने पहुंची ज्योति सिंह, कहा- टिकट नहीं, महिलाओं के हक…
AI इंटरव्यू ले तो ऐसे करें क्रैक, तकनीक के सामने यूं दिखा सकते हैं खुद को आइडियल कैंडिडेट