इंटरनेट डेस्क। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार अपने चरम पर चल रहा है। सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त है। इन चुनावों को देखते हुए राजनीतिकि पार्टियों के नेताओं के बयान भी खूब गरमा रहे है। इस बार के चुनाव में एआईएमआईएम ने भी पूरी ताकत झोंक दी है। पहले असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी रैली में भड़काऊ भाषण दिया। अब उनके भाई का एक भड़काऊ भाषण सामने आया है।
पहले दिया था ऐसा बयान
एआईएमआईएम नेता और तेलंगाना के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के बयान की वजह से नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल मंगलवार को अपने भाषण में उन्होंने साल 2012 में की गई अपनी कुख्यात ’15 मिनट’ टिप्पणी का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र किया। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने 5 नवंबर को छत्रपति संभाजीनगर में एक राजनीतिक रैली में बोलते हुए अपनी ताजा विवादित टिप्पणी की। इस रैली में उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और रैली में मौजूद लोगों से धैर्य रखने को कहा क्योंकि उनकी रैली की समय सीमा में अभी भी ’15 मिनट’ बाकी हैं।
अब नई चर्चा छिड़ी
भीड़ ने उनकी टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में एक बार फिर 15 मिनट का जिक्र किया। प्रचार के समय का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा, ’अभी 9ः45 बजे हैं। समय हो गया है। 15 मिनट और बचे हैं, सब्र रखिए, सब्र रखिए। न मैं उन्हें अकेला छोड़ूंगा, न वो मुझे अकेला छोड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने नवनीत राणा ने अकबरुद्दीन ओवैसी पर जोरदार पलटवार किया है। नवनीत राणा ने अकबरुद्दीन ओवैसी के ’15 मिनट’ वाले बयान पर जवाब दिया है और साथ ही चुनौती भी दी है कि, हमें सिर्फ 15 सेकंड लगेंगे। दरअसल अकबरुद्दीन ओवैसी ने 2012 में एक विवादित टिप्पणी की थी। ओवैसी ने एक रैली में यह कहकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया था कि 100 करोड़ हिंदुओं के मुकाबले मुसलमानों की संख्या 25 करोड़ है, लेकिन 15 मिनट के लिए देश से पुलिस हटा दें, पता चल जाएगा कि कौन कितना ताकतवर है।
pc- thequint.com
You may also like
एफएमसीजी वस्तुओं की वृद्धि में ग्रामीण बाजार शहरी केंद्रों से आगे : एनआईक्यू
घमंड में रहना क्या होता है ये Shikhar Dhawan को नहीं पता, गब्बर को तो बस फैन्स का प्यार चाहिए
साफ आउट होने के बावजूद मार्कस हैरिस को मिला अंपायर का साथ, इंडिया A के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे में हुआ बड़ा धोखा
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने ही फ़ैसले को पलटा, अल्पसंख्यक दर्जे का क्या होगा?
परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र में कोचिंग हेतु आवेदन 25 नवम्बर तक