इंटरनेट डेस्क। वायुसेना प्रमुख अमरप्रीत सिंह ने एक बार फिर से डिफेंस प्रोजेक्ट में लगातार देरी का मुद्दा उठाया है। उन्होंने यह भी कहा की लड़ाकू विमान के देरी से मिलने से भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हम यह जानते हुए भी कांट्रैक्ट साइन कर लेते हैं कि सिस्टम समय से नहीं मिलेगा। इससे हमारी रक्षा तैयारियों पर असर पड़ता है। इससे पहले आठ जनवरी को उन्होंने तेजस विमानों की डिलीवरी में देरी पर कहा था कि 2010 में 40 तेजस का ऑर्डर दिया गया था लेकिन वायुसेना को अब तक ये विमान नहीं मिले हैं।
जताई निराशा
मीडिया रिपोटर्स की माने तो देश के एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने डिफेंस डिलीवरी में हो रही देरी पर नाराजगी जताते हुए रक्षा सौदों की आपूर्ति में देरी पर निराशा जताते हुए कहा कि एक भी प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ है, उन्होंने कहा कि बावजूद इसके सशस्त्र बलों ने अब तक इस समस्या पर बोलने से परहेज किया। अपने संबोधन में वायुसेना प्रमुख ने रक्षा परियोजनाओं के पूरा होने में देरी पर दुख जताया, वायुसेना तेजस हल्के लड़ाकू विमानों की आपूर्ति में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा की जा रही भारी देरी से परेशान है।
टाइमलाइन एक बड़ा मुद्दा
खबरों की माने तो एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने कहा, टाइमलाइन एक बड़ा मुद्दा है, यहीं पर वचन वाला हिस्सा आता है, एक बार समयसीमा दे दी गई तो...उन्होंने गहरी निराशा जताते हुए कहा कि, उन्हें लगता है कि एक भी प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ है। आगे उन्होंने डिफेंस डिलीवरी में देरी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसलिए, यह ऐसी चीज है जिस पर हमें गौर करना चाहिए, हम ऐसा वादा क्यों करें जिसे पूरा नहीं किया जा सकता।
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