हरियाणा में गर्मी और लू से बच्चों की सुरक्षा के लिए शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम: हरियाणा में बढ़ती गर्मी और लू बच्चों के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है, जिसका उद्देश्य बच्चों की सेहत और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
धूप से बच्चों की सुरक्षा
शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बच्चों को किसी भी स्थिति में धूप में नहीं बैठाया जाएगा। स्कूलों में कोई भी गतिविधि खुले में नहीं की जाएगी।
यह कदम बच्चों को लू और गर्म हवाओं से बचाने के लिए उठाया गया है। स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होगा कि खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम या अन्य गतिविधियां छायादार या इनडोर स्थानों पर ही आयोजित हों। यह गाइडलाइन गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं जैसे डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक को रोकने में मदद करेगी।
स्वच्छ पानी की व्यवस्था
गर्मी में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पानी की उपलब्धता अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था अनिवार्य कर दी है।
इसके अलावा, स्कूलों में दिन में कम से कम तीन बार पानी पीने की याद दिलाने के लिए घंटी बजाने का निर्देश दिया गया है। यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चे नियमित रूप से पानी पीते रहें। अभिभावकों को भी सलाह दी गई है कि वे बच्चों को स्कूल भेजते समय पानी की बोतल देना न भूलें।
कक्षाओं को गर्मी से बचाने के उपाय
स्कूलों में कक्षाओं को गर्म हवाओं से सुरक्षित रखने के लिए विशेष इंतजाम करने को कहा गया है। खिड़कियों को एल्यूमिनियम फॉइल, गत्ते या मोटे पर्दों से ढकने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि धूप और गर्मी अंदर न आए। इससे कक्षा का तापमान नियंत्रित रहेगा और बच्चे आराम से पढ़ाई कर सकेंगे।
स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि पंखे और वेंटिलेशन की व्यवस्था ठीक हो। ये छोटे-छोटे कदम बच्चों के लिए सुरक्षित और आरामदायक माहौल बनाएंगे।
बच्चों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानियां
शिक्षा निदेशालय ने कुछ अन्य महत्वपूर्ण सावधानियों का भी जिक्र किया है। स्कूल स्टाफ को निर्देश दिया गया है कि बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़ा जाए, क्योंकि इससे गर्मी के कारण खतरा बढ़ सकता है।
बच्चों को स्कूल आने-जाने के दौरान सिर ढकने की सलाह दी गई है। अभिभावकों से अपील की गई है कि वे बच्चों को संतुलित और हल्का भोजन दें, जो गर्मी में उनकी सेहत को बनाए रखे। टोपी, स्कार्फ या छाता इस्तेमाल करने से भी बच्चों को धूप से बचाया जा सकता है।
अभिभावकों और स्कूलों की जिम्मेदारी
यह गाइडलाइन न केवल स्कूलों, बल्कि अभिभावकों के लिए भी एक मार्गदर्शक है। गर्मी के इस मौसम में बच्चों की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को सुबह हल्का नाश्ता और पानी की बोतल दें। स्कूलों को नियमित रूप से गाइडलाइंस का पालन करना होगा और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी। शिक्षा विभाग की यह पहल बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर उसकी गंभीरता को दर्शाती है।
गर्मी से बचाव के लिए अतिरिक्त टिप्स
गर्मी और लू से बचने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं। बच्चों को हल्के रंग के सूती कपड़े पहनाएं। दिन में 11 बजे से 3 बजे के बीच बाहर खेलने से रोकें।
नींबू पानी, नारियल पानी या ग्लूकोज जैसे पेय पदार्थ बच्चों को हाइड्रेटेड रखेंगे। अगर बच्चे को चक्कर, सिरदर्द या कमजोरी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये छोटे कदम बच्चों को गर्मी के दुष्प्रभावों से बचाएंगे।
हरियाणा सरकार का सराहनीय कदम
हरियाणा शिक्षा विभाग की यह गाइडलाइन बच्चों की सुरक्षा के लिए एक समय पर उठाया गया कदम है। बढ़ती गर्मी में स्कूलों में ऐसी व्यवस्थाएं करना जरूरी है, ताकि बच्चे बिना किसी स्वास्थ्य जोखिम के पढ़ाई कर सकें।
यह पहल न केवल बच्चों की सेहत की रक्षा करेगी, बल्कि अभिभावकों को भी आश्वस्त करेगी कि उनके बच्चे सुरक्षित हैं।
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