नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के समधी और हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस में विरोधियों पर निशाना है। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया मगर इशारों में तंज कसते हुए कहा कि मुझे चापलूसी करनी नहीं आती, मुझे सिर्फ काम करना आता है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि अगर मैं मुंह खोलूंगा तो कुछ लोगों को बुरा लग जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी रहकर काम करना चाहता हूं, लेकिन अगर धक्का मार के मुझे निकाल दिया जाए तो बात अलग है। कैप्टन ने यह भी बताया कि मेरी इच्छा एक और चुनाव लड़ने की है।
कैप्टन अजय यादव ने कहा कि पार्टी में पुराने नेताओं को सम्मान और तवज्जो मिलना बहुत जरूरी है। किरण चौधरी और कुलदीप बिश्नोई का जिक्र करते हुए कैप्टन अजय यादव बोले कि इन दोनों को लगभग धक्के मारकर पार्टी से निकाला गया था लेकिन बीजेपी ने उनको तवज्जो दी। किरण चौधरी को बीजेपी ने राज्यसभा सांसद बनाया और उनकी बेटी श्रुति चौधरी को हरियाणा सरकार में मंत्री पद दिया। कैप्टन ने कहा कि मेरी इच्छा है कि मैं अपनी आखिरी सांस तक इसी पार्टी में रहूं। उन्होंने बताया कि साल 2005 के विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस पार्टी प्रदेश में बहुमत में आई तो पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरि प्रसाद ने ही उन्हें बताया था कि वह खुद सीएम पद की रेस में हैं और आपने भूपेंद्र हुड्डा का नाम रख दिया।
बता दें कि अजय यादव कांग्रेस के ओबीसी सेल के तीन साल तक चेयरमैन थे लेकिन बाद में उन्हें हटा दिया गया था। हालांकि पिछले साल 17 अक्टूबर 2024 को ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान करते हुए अजय यादव ने पार्टी छोड़ने की भी घोषणा कर दी थी। मगर इस फैसले के दो दिन बाद ही कैप्टन ने यूटर्न लेते हुए कहा कि मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और आखिरी सांस तक कांग्रेस में ही रहूंगा।
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