कानपुर: फर्जी जज बनकर युवतियों से ठगी करने वाला विष्णु शंकर गुप्ता बड़ा ही शातिर निकला। जिस आयुषी के साथ उसका तलाक हो चुका है, उसको भी उसने इसी तरह से फंसाया था। हालांकि बाद में उससे शादी कर ली थी। चौंकाने वाली बात ये है कि दोनों तलाकशुदा पति और पत्नी मिलकर ठगी का धंधा चला रहे थे। विष्णु शंकर ने कबूल किया है कि 'स्पेशल-26' और 'ब्लफ मास्टर' जैसी फिल्में देखकर उसके दिमाग में ये योजना आई। मैट्रिमोनियल साइट्स और अखबारों में छपे वैवाहिक विज्ञापनों के जरिए वह लड़कियों को निशाना बनाता था। खुद को जज बताकर, रौब दिखाकर और फर्जी पावर का इस्तेमाल कर वह लड़कियों और उनके परिवारों को झांसे में लेता था। पुलिस ने उसके पास से 25 लाख रुपये नकद और अन्य कीमती सामान बरामद किया है। आयुषी को भी गिरफ्तार किया गया है।
विष्णु शंकर गुप्ता ने कानपुर की शिक्षिका और केजीएमयू की नर्सिंग ऑफिसर के साथ शादी का वादा किया और पैसे ठग लिए। नर्सिंग ऑफिसर ने पुलिस को बताया कि उनके पिता ने उनकी शादी के लिए मेट्रोमोनियल साइट पर फरवरी 2025 में विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देखकर एक युवक ने उनके पिता से संपर्क कर खुद को आजमगढ़ में तैनात जज वाराणसी निवासी अंशुमान विक्रम सिंह बताया था। उसने बताया कि वह वर्तमान में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के रूप में कार्यरत है। उसने अपनी बातों से पिता को इंप्रेस कर मेरा नंबर हासिल कर लिया। जज होने के कारण मैंने भी उसका बायोडाटा देखा और शादी के लिए हामी भर दी।
1 करोड़ की गाड़ी खरीदने के नाम पर फर्जीवाड़ाफिर जुलाई में एक कॉल आई। उसने खुद को अंशुमान विक्रम सिंह ACJ (JD) बताया। चूंकि, शादी तय थी, इसलिए दोनों में बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। फिर जुलाई के आखिरी सप्ताह में 1 करोड़ की लग्जरी कार खरीदने की बात बताई। उसने कहा- मैं न्यायिक अधिकारी हूं। अगर एक करोड़ की गाड़ी खरीदी और पैसों का हिसाब नहीं दे पाया तो फंस जाऊंगा। झांसे में आकर मैंने उसे अपनी सेविंग से 14 से 15 लाख रुपए दे दिए। उसने अकाउंट से 30 जुलाई को 13 लाख रुपए और 4 अगस्त को 1 लाख रुपए कैश निकाल लिया। 1 सितंबर को 6 लाख, 4 सितंबर को 20 लाख और 4 सितंबर को 19.50 लाख रुपए निकाले। 7 सितंबर को मैं कानपुर पहुंची। यहां उस पर शक हो गया। वह मूवी छोड़कर भाग गया।
10 लड़कियों संग कर चुका है ठगीकानपुर सेंट्रल के डीसीपी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि विष्णु शंकर 10 से ज्यादा लड़कियों और महिलाओं को कभी आईएएस तो कभी आईपीएस बनकर ठग चुका है। एक युवती तो सुसाइड भी कर चुकी है। पकड़े जाने के डर से विष्णु शंकर पब्लिक प्लेस पर वीडियो या फोटो नहीं खिंचवाता था। जिन लोगों को उसने ठगा, उन सभी से उसने फोटो लेने से मना कर दिया था। वह कहता था कि मैं जज हूं, मेरी अपनी अलग ही छवि है।
उन्नाव में खरीदे हैं तीन प्लॉट, अर्टिगा कार जब्तआरोपी के पास से अर्टिगा कार को जब्त कर लिया गया है। उसने पत्नी के नाम से तीन प्लॉट उन्नाव में खरीदे हैं। जिनकी रजिस्ट्री पुलिस को जांच में मिल गई है, जो कि उसके खिलाफ साक्ष्य के रूप में शामिल की जाएगी। आरोपी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की जाएगी।
विष्णु शंकर गुप्ता ने कानपुर की शिक्षिका और केजीएमयू की नर्सिंग ऑफिसर के साथ शादी का वादा किया और पैसे ठग लिए। नर्सिंग ऑफिसर ने पुलिस को बताया कि उनके पिता ने उनकी शादी के लिए मेट्रोमोनियल साइट पर फरवरी 2025 में विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देखकर एक युवक ने उनके पिता से संपर्क कर खुद को आजमगढ़ में तैनात जज वाराणसी निवासी अंशुमान विक्रम सिंह बताया था। उसने बताया कि वह वर्तमान में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के रूप में कार्यरत है। उसने अपनी बातों से पिता को इंप्रेस कर मेरा नंबर हासिल कर लिया। जज होने के कारण मैंने भी उसका बायोडाटा देखा और शादी के लिए हामी भर दी।
1 करोड़ की गाड़ी खरीदने के नाम पर फर्जीवाड़ाफिर जुलाई में एक कॉल आई। उसने खुद को अंशुमान विक्रम सिंह ACJ (JD) बताया। चूंकि, शादी तय थी, इसलिए दोनों में बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। फिर जुलाई के आखिरी सप्ताह में 1 करोड़ की लग्जरी कार खरीदने की बात बताई। उसने कहा- मैं न्यायिक अधिकारी हूं। अगर एक करोड़ की गाड़ी खरीदी और पैसों का हिसाब नहीं दे पाया तो फंस जाऊंगा। झांसे में आकर मैंने उसे अपनी सेविंग से 14 से 15 लाख रुपए दे दिए। उसने अकाउंट से 30 जुलाई को 13 लाख रुपए और 4 अगस्त को 1 लाख रुपए कैश निकाल लिया। 1 सितंबर को 6 लाख, 4 सितंबर को 20 लाख और 4 सितंबर को 19.50 लाख रुपए निकाले। 7 सितंबर को मैं कानपुर पहुंची। यहां उस पर शक हो गया। वह मूवी छोड़कर भाग गया।
10 लड़कियों संग कर चुका है ठगीकानपुर सेंट्रल के डीसीपी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि विष्णु शंकर 10 से ज्यादा लड़कियों और महिलाओं को कभी आईएएस तो कभी आईपीएस बनकर ठग चुका है। एक युवती तो सुसाइड भी कर चुकी है। पकड़े जाने के डर से विष्णु शंकर पब्लिक प्लेस पर वीडियो या फोटो नहीं खिंचवाता था। जिन लोगों को उसने ठगा, उन सभी से उसने फोटो लेने से मना कर दिया था। वह कहता था कि मैं जज हूं, मेरी अपनी अलग ही छवि है।
उन्नाव में खरीदे हैं तीन प्लॉट, अर्टिगा कार जब्तआरोपी के पास से अर्टिगा कार को जब्त कर लिया गया है। उसने पत्नी के नाम से तीन प्लॉट उन्नाव में खरीदे हैं। जिनकी रजिस्ट्री पुलिस को जांच में मिल गई है, जो कि उसके खिलाफ साक्ष्य के रूप में शामिल की जाएगी। आरोपी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की जाएगी।
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