मुंबई: महाराष्ट्र बीजेपी के नए प्रदेश कार्यालय के भूमिपूजन पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी ने बड़ा हमला बोला है। सोमवार को मुंबई दौरे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 का शुभारंभ करने के बाद बीजेपी ने ऑफिस के भूमिपूजन समारोह में हिस्सा लिया। बीजेपी के नए दफ्तर के निर्माण पर संजय राउत ने कहा है कि अभी तक मराठी भाषा भवन नहीं बना है लेकिन बीजेपी लेकिन देश के गृह मंत्री भाजपा के पांच सितारा कार्यालय का भूमिपूजन करने आ रहे हैं। राउत ने एक्स पर लिखा है कि बीजेपी के दफ्तर के लिए राफेल की गति से काम हुआ। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह जमीन गलत तरीकों से हासिल की गई है।
प्रिय अमित शाह जी...
संजय राउत ने बीजेपी के मुंबई ऑफिस के भूमिपूजन से पहले हमला बोलते हुए एक पोस्ट साझा की। इसमें उन्होंने लिखा कि प्रिय श्री अमित शाह जी जय महाराष्ट्र, आज मैं उस भाजपा कार्यालय की ज़मीन के पीछे छिपे रहस्य की जानकारी प्रस्तुत कर रहा हूं जिसका भूमिपूजन आप करने वाले हैं। राउत ने पत्र के आरोप लगाया है कि यह जमीन मूल रूप से एक परिवार की थी जिसने अधिकारों के हस्तांतरण से पहले बिना अनुमति के कई बैंकों को जमीन का एक हिस्सा गिरवी रख दिया था। राउत ने कहा है कि इस जमीन को राफेल की गति से हासिल किया गया। राउत ने कहा है कि 1 अप्रैल, 2025 का यह जमीन एक निर्माण कंपनी एकनाथ रियल्टर्स ने जमीन का 46% हिस्सा खरीदने के लिए संपत्ति विभाग में आवेदन किया। इसे 4 अप्रैल, 2025 को तुरंत मंजूरी दे दी गई। इसके बाद एक त्वरित प्रक्रिया के तहत शेष 54% जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया। इस पूरे भूखंड (46% + मूल गिरवी रखी गई 54%) को बीजेपी के मुख्य कार्यालय को हस्तांतरित करने के लिए तुरंत आवेदन किया गया। आवेदन अगले ही दिन, 22 मई, 2025 को मंजूरी दे दी गई। राउत का आरोप है कि कथित तौर पर संपत्ति का अंतिम हस्तांतरण 31 मई, 2025 को पूरा हुआ, जिसमें भाजपा ने 8.11 करोड़ रुपये का हस्तांतरण शुल्क अदा किया।
राउत ने बोला बड़ा हमला
संजय राउत ने अपनी पोस्ट में गृह मंत्री अमित शाह को टैग किया है। राउत ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता और गति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा कार्यालय अवैध रूप से अधिग्रहित ज़मीन पर बनाया जा रहा है और पारदर्शिता की मांग की है। राउत ने कहा कि जिस कार्यालय का आप उद्घाटन कर रहे हैं, उसके लिए जमीन नियमों को ताक पर रखकर हासिल की गई। कई फाइलों को राफेल की गति से आगे बढ़ाया गया और फ़ैसले जेट की गति से लिए गए। उन्होंने पत्र का समापन इस प्रार्थना के साथ किया है कि ऐसा ही सौभाग्य जनता को भी मिले। बीजेपी की राउत के हमले पर अभी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मरीन्स लाइंस में मराठी भाषा भवन का निर्माण पूरा नहीं होने को भी राउत ने मुद्दा बनाया है। राउत के आरोपों पर महाराष्ट्र की आरटीआई एक्टीविस्ट अंजली दामनिया की प्रतिक्रिया भी आई हैं। उन्होंने लिखा है कि मैं 9नवंबर को वापस लौटूंगी। इसके बाद इन आरोपों को लेकर साक्ष्य इकट्ठा करूंगी।
प्रिय श्री अमित शाहाजी
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) October 27, 2025
जय महाराष्ट्र,
आज आपण ज्या भा ज पा कार्यालयाचे भूमीपूजन करणार आहात त्या जमिनीखाली काय रहस्य आहे याची माहिती सादर करीत आहे.
@AmitShah
@Dev_Fadnavis
@anjali_damania
@AUThackeray pic.twitter.com/hFzyDayCSp
प्रिय अमित शाह जी...
संजय राउत ने बीजेपी के मुंबई ऑफिस के भूमिपूजन से पहले हमला बोलते हुए एक पोस्ट साझा की। इसमें उन्होंने लिखा कि प्रिय श्री अमित शाह जी जय महाराष्ट्र, आज मैं उस भाजपा कार्यालय की ज़मीन के पीछे छिपे रहस्य की जानकारी प्रस्तुत कर रहा हूं जिसका भूमिपूजन आप करने वाले हैं। राउत ने पत्र के आरोप लगाया है कि यह जमीन मूल रूप से एक परिवार की थी जिसने अधिकारों के हस्तांतरण से पहले बिना अनुमति के कई बैंकों को जमीन का एक हिस्सा गिरवी रख दिया था। राउत ने कहा है कि इस जमीन को राफेल की गति से हासिल किया गया। राउत ने कहा है कि 1 अप्रैल, 2025 का यह जमीन एक निर्माण कंपनी एकनाथ रियल्टर्स ने जमीन का 46% हिस्सा खरीदने के लिए संपत्ति विभाग में आवेदन किया। इसे 4 अप्रैल, 2025 को तुरंत मंजूरी दे दी गई। इसके बाद एक त्वरित प्रक्रिया के तहत शेष 54% जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया। इस पूरे भूखंड (46% + मूल गिरवी रखी गई 54%) को बीजेपी के मुख्य कार्यालय को हस्तांतरित करने के लिए तुरंत आवेदन किया गया। आवेदन अगले ही दिन, 22 मई, 2025 को मंजूरी दे दी गई। राउत का आरोप है कि कथित तौर पर संपत्ति का अंतिम हस्तांतरण 31 मई, 2025 को पूरा हुआ, जिसमें भाजपा ने 8.11 करोड़ रुपये का हस्तांतरण शुल्क अदा किया।
राउत ने बोला बड़ा हमला
संजय राउत ने अपनी पोस्ट में गृह मंत्री अमित शाह को टैग किया है। राउत ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता और गति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा कार्यालय अवैध रूप से अधिग्रहित ज़मीन पर बनाया जा रहा है और पारदर्शिता की मांग की है। राउत ने कहा कि जिस कार्यालय का आप उद्घाटन कर रहे हैं, उसके लिए जमीन नियमों को ताक पर रखकर हासिल की गई। कई फाइलों को राफेल की गति से आगे बढ़ाया गया और फ़ैसले जेट की गति से लिए गए। उन्होंने पत्र का समापन इस प्रार्थना के साथ किया है कि ऐसा ही सौभाग्य जनता को भी मिले। बीजेपी की राउत के हमले पर अभी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मरीन्स लाइंस में मराठी भाषा भवन का निर्माण पूरा नहीं होने को भी राउत ने मुद्दा बनाया है। राउत के आरोपों पर महाराष्ट्र की आरटीआई एक्टीविस्ट अंजली दामनिया की प्रतिक्रिया भी आई हैं। उन्होंने लिखा है कि मैं 9नवंबर को वापस लौटूंगी। इसके बाद इन आरोपों को लेकर साक्ष्य इकट्ठा करूंगी।
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