नई दिल्ली: अहमदाबाद में 12 जून को क्रैश हुई लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर-एआई-171 के मामले में नागर विमानन मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि ब्लैक बॉक्स के दोनों पार्ट्स को अहमदाबाद से दिल्ली स्थित एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की लैब में लाया जा चुका है। इनके डाटा को सुरक्षित रूप से निकालकर लैब में डाउनलोड कर लिया गया है। जिसका विश्लेषण किया जा रहा है। ब्लैक बॉक्स के डाटा को डिकोड करने के बाद फ्लाइट के क्रैश होने की असल जानकारी सामने आएगी। सभी को इसका इंतजार है।
मंत्रालय ने बताया कि ब्लैक बॉक्स में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (FDR) दोनों हैं। दुर्घटना के एक सप्ताह के भीतर ही सीवीआर और एफडीआर दोनों बरामद कर लिए गए थे। एक को 13 जून को दुर्घटना स्थल पर इमारत की छत से और दूसरे को 16 जून को मलबे से बरामद किया गया। ब्लैक बॉक्स के इन पार्ट्स को अहमदाबाद में चौबीसों घंटे पुलिस सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी में रखा गया। इसके बाद 24 जून को पूरी सुरक्षा के साथ ब्लैक बॉक्स को भारतीय वायुसेना के विमान द्वारा अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया।
आगे का ब्लैक बॉक्स 24 जून को दोपहर दो बजे एएआईबी के डीजी के साथ एएआईबी लैब दिल्ली लाया गया। जबकि पीछे का ब्लैक बॉक्स दूसरी एएआईबी टीम द्वारा शाम करीब 5:15 एएआईबी लैब लाया गया। इसके बाद 24 जून की शाम को ही एएआईबी डीजी के नेतृत्व में एएआईबी और एनटीएसबी के तकनीकी सदस्यों के साथ टीम ने डेटा निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी। आगे के ब्लैक बॉक्स से ‘क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल’ (सीपीएम) को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया और 25 जून 2025 को ‘मेमोरी मॉड्यूल’ सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया गया। इसके बाद इसके डाटा को एएआईबी लैब में डाउनलोड कर लिया गया है।
सरकार ने बताया कि फ्लाइट क्रैश होने के बाद AAIB ने इसकी जांच शुरू कर दी थी। मौके से तमाम सबूत उठाने शुरू किए गए। दुर्घटना के अगले दिन 13 जून को AAIB चीफ की अगुवाई में एक टीम का गठन किया गया। इस टीम में एक एविएशन मेडिसिन एक्सपर्ट, एटीसी का एक अधिकारी और अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि शामिल हैं। सभी कार्रवाई देश के कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पूर्ण अनुपालन करते हुए समयबद्ध तरीके से की गई है।
इस बीच केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में गठित की गई एक हाई लेवल कमिटी ने इसकी जांच शुरू कर दी है। कमिटी अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है और वह भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक दिशा निर्देशों का भी सुझाव देगी। गौरतलब है कि 12 जून को लंदन के गैटविक के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 प्लेन अहमदाबाद में उड़ान भरने के तुरंत बाद एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में क्रैश हो गया था। फ्लाइट में 242 लोग सवार थे। इनमें से 241 की मौत हो गई थी।
हालांकि, सरकार ने इस दुर्घटना के 15 दिन बाद इस घटना की जांच से संबंधित जानकारी दी है। इससे पहले ना तो इस बारे में यह साफ किया जा रहा था कि क्या ब्लैक बॉक्स की जांच भारत में ही होगी और ना ही इसकी जांच के लिए टीम के गठन के बारे में कोई जानकारी दी जा रही थी।
मंत्रालय ने बताया कि ब्लैक बॉक्स में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (FDR) दोनों हैं। दुर्घटना के एक सप्ताह के भीतर ही सीवीआर और एफडीआर दोनों बरामद कर लिए गए थे। एक को 13 जून को दुर्घटना स्थल पर इमारत की छत से और दूसरे को 16 जून को मलबे से बरामद किया गया। ब्लैक बॉक्स के इन पार्ट्स को अहमदाबाद में चौबीसों घंटे पुलिस सुरक्षा और सीसीटीवी निगरानी में रखा गया। इसके बाद 24 जून को पूरी सुरक्षा के साथ ब्लैक बॉक्स को भारतीय वायुसेना के विमान द्वारा अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया।
आगे का ब्लैक बॉक्स 24 जून को दोपहर दो बजे एएआईबी के डीजी के साथ एएआईबी लैब दिल्ली लाया गया। जबकि पीछे का ब्लैक बॉक्स दूसरी एएआईबी टीम द्वारा शाम करीब 5:15 एएआईबी लैब लाया गया। इसके बाद 24 जून की शाम को ही एएआईबी डीजी के नेतृत्व में एएआईबी और एनटीएसबी के तकनीकी सदस्यों के साथ टीम ने डेटा निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी। आगे के ब्लैक बॉक्स से ‘क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल’ (सीपीएम) को सुरक्षित रूप से निकाल लिया गया और 25 जून 2025 को ‘मेमोरी मॉड्यूल’ सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया गया। इसके बाद इसके डाटा को एएआईबी लैब में डाउनलोड कर लिया गया है।
सरकार ने बताया कि फ्लाइट क्रैश होने के बाद AAIB ने इसकी जांच शुरू कर दी थी। मौके से तमाम सबूत उठाने शुरू किए गए। दुर्घटना के अगले दिन 13 जून को AAIB चीफ की अगुवाई में एक टीम का गठन किया गया। इस टीम में एक एविएशन मेडिसिन एक्सपर्ट, एटीसी का एक अधिकारी और अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि शामिल हैं। सभी कार्रवाई देश के कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पूर्ण अनुपालन करते हुए समयबद्ध तरीके से की गई है।
इस बीच केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में गठित की गई एक हाई लेवल कमिटी ने इसकी जांच शुरू कर दी है। कमिटी अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है और वह भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक दिशा निर्देशों का भी सुझाव देगी। गौरतलब है कि 12 जून को लंदन के गैटविक के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 प्लेन अहमदाबाद में उड़ान भरने के तुरंत बाद एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में क्रैश हो गया था। फ्लाइट में 242 लोग सवार थे। इनमें से 241 की मौत हो गई थी।
हालांकि, सरकार ने इस दुर्घटना के 15 दिन बाद इस घटना की जांच से संबंधित जानकारी दी है। इससे पहले ना तो इस बारे में यह साफ किया जा रहा था कि क्या ब्लैक बॉक्स की जांच भारत में ही होगी और ना ही इसकी जांच के लिए टीम के गठन के बारे में कोई जानकारी दी जा रही थी।
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