अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों को ओबीसी, एससी और एसटी वर्गों के खिलाफ रवैये के लिए आड़े हाथों लिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर पोस्ट कर राहुल गांधी के हालिया बयान को स्वार्थ की राजनीति बताया है। साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी पिछड़े वर्गों की सच्ची हितैषी नहीं रही है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा यह स्वीकारना कि कांग्रेस ओबीसी समाज की राजनीतिक व आर्थिक आकांक्षाओं और आरक्षण जैसे संवैधानिक हकों के मामले में खरी नहीं उतरी, कोई नई बात नहीं है। यह तो वर्षों से जगजाहिर है। उनका यह बयान दिल में कुछ और, जुबान पर कुछ और की राजनीति लगता है। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह कांग्रेस का रवैया ओबीसी के प्रति रहा, वैसा ही शोषित, वंचित और उपेक्षित एससी/एसटी वर्गों के प्रति भी रहा है। यही वजह रही कि बहुजन समाज को आत्मसम्मान और स्वाभिमान के लिए अलग पार्टी बीएसपी बनानी पड़ी।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी आज उत्तर प्रदेश समेत देश के कई प्रमुख राज्यों की सत्ता से बाहर है। उन्होंने कहा कि सत्ता जाने के बाद इन वर्गों की याद आना कांग्रेस की नीतियों और नीयत की खोट को दर्शाता है और इसे घड़ियाली आंसू ही कहा जा सकता है। मायावती ने बीजेपी और उसके गठबंधन एनडीए को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि बीजेपी और एनडीए का भी रवैया इन वर्गों के प्रति दोहरे मापदंड वाला है।
मायावती यही नहीं रुकी, उन्होंने कांग्रेस पर एससी-एसटी और ओबीसी वर्गों को उनके अधिकार न देने के पुराने मामलों का भी ज़िक्र किया। जैसे कि बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न न देना, ओबीसी को आरक्षण में देरी और नौकरियों में बैकलॉग न भरना। मायावती ने आरोप लगाया कि सभी जातिवादी पार्टियों ने मिलकर आरक्षण को निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया है। उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से गुलाम बनाए रखने में ये सभी पार्टियां एक जैसी हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपील करते हुए कहा कि बहुजन समाज खासकर दलित, आदिवासी और ओबीसी वर्ग के लोग कांग्रेस, सपा या अन्य जातिवादी दलों के बहकावे में न आएं। उन्होंने दावा किया कि देश में केवल बीएसपी ही बहुजनों की सच्ची हितैषी है और उन्हीं के नेतृत्व में बहुजन समाज का भविष्य सुरक्षित है। देश के बहुजनों का हित सिर्फ बीएसपी की आयरन गारंटी में ही निहित है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा यह स्वीकारना कि कांग्रेस ओबीसी समाज की राजनीतिक व आर्थिक आकांक्षाओं और आरक्षण जैसे संवैधानिक हकों के मामले में खरी नहीं उतरी, कोई नई बात नहीं है। यह तो वर्षों से जगजाहिर है। उनका यह बयान दिल में कुछ और, जुबान पर कुछ और की राजनीति लगता है। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह कांग्रेस का रवैया ओबीसी के प्रति रहा, वैसा ही शोषित, वंचित और उपेक्षित एससी/एसटी वर्गों के प्रति भी रहा है। यही वजह रही कि बहुजन समाज को आत्मसम्मान और स्वाभिमान के लिए अलग पार्टी बीएसपी बनानी पड़ी।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी आज उत्तर प्रदेश समेत देश के कई प्रमुख राज्यों की सत्ता से बाहर है। उन्होंने कहा कि सत्ता जाने के बाद इन वर्गों की याद आना कांग्रेस की नीतियों और नीयत की खोट को दर्शाता है और इसे घड़ियाली आंसू ही कहा जा सकता है। मायावती ने बीजेपी और उसके गठबंधन एनडीए को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि बीजेपी और एनडीए का भी रवैया इन वर्गों के प्रति दोहरे मापदंड वाला है।
मायावती यही नहीं रुकी, उन्होंने कांग्रेस पर एससी-एसटी और ओबीसी वर्गों को उनके अधिकार न देने के पुराने मामलों का भी ज़िक्र किया। जैसे कि बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न न देना, ओबीसी को आरक्षण में देरी और नौकरियों में बैकलॉग न भरना। मायावती ने आरोप लगाया कि सभी जातिवादी पार्टियों ने मिलकर आरक्षण को निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया है। उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से गुलाम बनाए रखने में ये सभी पार्टियां एक जैसी हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपील करते हुए कहा कि बहुजन समाज खासकर दलित, आदिवासी और ओबीसी वर्ग के लोग कांग्रेस, सपा या अन्य जातिवादी दलों के बहकावे में न आएं। उन्होंने दावा किया कि देश में केवल बीएसपी ही बहुजनों की सच्ची हितैषी है और उन्हीं के नेतृत्व में बहुजन समाज का भविष्य सुरक्षित है। देश के बहुजनों का हित सिर्फ बीएसपी की आयरन गारंटी में ही निहित है।
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