अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में पुलिस विभाग कुख्यात अपराधियों के लिए काल बनता जा रहा है। यूपी पुलिस अपराध में कमी लाने और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जिसके चलते अपराधियों से मुठभेड़ का सामना हो जा रहा है। पुलिस मुठभेड़ अब तक कई बदमाश मार भी गिराए गए हैं। इसी क्रम में आजमगढ़ पुलिस और एसटीएफ की टीम ने 50 हजार रुपए के इनामी को मुठभेड़ में मार गिराया है। वाकिफ के खिलाफ कुल 67 आपराधिक मामले दर्ज थे। आइए जानते हैं कि पिछले दिनों हुए मुठभेड़ के बारे में...
दरअसल योगी सरकार के बनने के बाद फ्री-हैंड हुई यूपी पुलिस की बदमाशों के साथ आये दिन मुठभेड़ हो रही है। जानकारी के मुताबिक, अकेले अक्टूबर महीने में 4 एक लाख रुपए के इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर हो गए हैं। जबकि कुछ बदमाश 50 और 25 हजार रुपए के भी इनामी थे।
आजमगढ़ में 50 हजार के इनामी वाकिफ ढेर
मुठभेड़ के क्रम में शुक्रवार को आजमगढ़ में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की ज्वाइंट टीम ने 50 हजार के इनामी पशु तस्कर वाकिफ को मुठभेड़ में मार गिराया है। घटना रौनापार थाना क्षेत्र के जोकहरा गांव की है। वाकिफ पर 67 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान उसके तीन साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
बहराइच में चार इनामी बदमाश गिरफ्तार
इससे पहले 6 नवंबर को बहराइच जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। रुपईडीहा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ इनामी बदमाश चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में मुनव्वर, जोखे के पैर में गोली लग गई थी। इन दोनों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित था। जबकि छोटकउ और बबलू को पुलिस ने दबोच लिया था। इन दोनों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। चारों बदमाश लखीमपुर जिले के रहने वाले हैं और हाल की चोरी की कई वारदातों में शामिल थे।
शामली में एक लाख का इनामी नफीस उर्फ मुदा मारा गया
इसी तरह 18 अक्टूबर को शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख रुपये के इनामी बदमाश नफीस उर्फ मुदा के बीच मुठभेड़ हो गई थी। भभीसा गांव के जंगलों में हुई गोलीबारी में नफीस घायल हुआ और अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। नफीस पर हत्या, लूट, डकैती, नकली करेंसी और रंगदारी जैसे 30 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
मेरठ में 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की ढेर
13 अक्टूबर को मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की पुलिस की गोली से मारा गया था। वह दुष्कर्म के मामले में फरार था और सात से अधिक मुकदमों में वांछित था। एसपी देहात अभिजीत कुमार और एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की थी।
लखनऊ में एक लाख का इनामी गुरसेवक ढेर
इसी तरह 12 अक्टूबर को राजधानी लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख के इनामी बदमाश गुरसेवक के बीच मुठभेड़ हो गई थी। वह कुछ दिन पहले हुई हत्या और कार लूट की वारदात में वांछित था। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि गुरसेवक को इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया था। जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया था।
बरेली में इफ्तेखार उर्फ शैतान का अंत
बरेली जिले में 9 अक्टूबर को भोजीपुरा थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान एक लाख के इनामी इफ्तेखार उर्फ शैतान उर्फ फौजी को पुलिस ने मार गिराया था। उस पर मेरठ दंपती हत्याकांड और कई डकैतियों के मामले दर्ज थे। हालांकि एसओजी का एक हेड कांस्टेबल भी इस मुठभेड़ में घायल हो गया था।
मुजफ्फरनगर में मेहताब का खात्मा
मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर को हुई मुठभेड़ में एक लाख का इनामी मेहताब पुलिस की गोली से मारा गया था। उस पर 18 मुकदमे दर्ज थे। मौके से पुलिस ने बाइक, रिवाल्वर और लूट की ज्वेलरी बरामद की थी।
नईम की मौत से कांपा वेस्ट यूपी
मुजफ्फरनगर पुलिस ने 28 सितंबर को एक लाख के इनामी नईम को एनकाउंटर में ढेर किया था। उस पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी के 35 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। नईम की मौत के बाद वेस्ट यूपी में पुलिस की सख्ती का असर दिखा और कई गैंग के सदस्य भूमिगत हो गए थे।
इस तरह पिछले डेढ़ महीने में एक लाख के 5 इनामी, 50 हजार के एक और दर्जनों 10-25 हजार के इनामी अपराधी या तो मारे गए या पकड़े गए हैं। वहीं दावा यह भी किया जा रहा है कि जनता में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है, जबकि अपराधी अब यूपी की सीमा में कदम रखने से पहले दस बार सोच रहे हैं।
दरअसल योगी सरकार के बनने के बाद फ्री-हैंड हुई यूपी पुलिस की बदमाशों के साथ आये दिन मुठभेड़ हो रही है। जानकारी के मुताबिक, अकेले अक्टूबर महीने में 4 एक लाख रुपए के इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर हो गए हैं। जबकि कुछ बदमाश 50 और 25 हजार रुपए के भी इनामी थे।
आजमगढ़ में 50 हजार के इनामी वाकिफ ढेर
मुठभेड़ के क्रम में शुक्रवार को आजमगढ़ में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की ज्वाइंट टीम ने 50 हजार के इनामी पशु तस्कर वाकिफ को मुठभेड़ में मार गिराया है। घटना रौनापार थाना क्षेत्र के जोकहरा गांव की है। वाकिफ पर 67 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान उसके तीन साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश जारी है।
बहराइच में चार इनामी बदमाश गिरफ्तार
इससे पहले 6 नवंबर को बहराइच जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। रुपईडीहा पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ इनामी बदमाश चोरी की घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में मुनव्वर, जोखे के पैर में गोली लग गई थी। इन दोनों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित था। जबकि छोटकउ और बबलू को पुलिस ने दबोच लिया था। इन दोनों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। चारों बदमाश लखीमपुर जिले के रहने वाले हैं और हाल की चोरी की कई वारदातों में शामिल थे।
शामली में एक लाख का इनामी नफीस उर्फ मुदा मारा गया
इसी तरह 18 अक्टूबर को शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख रुपये के इनामी बदमाश नफीस उर्फ मुदा के बीच मुठभेड़ हो गई थी। भभीसा गांव के जंगलों में हुई गोलीबारी में नफीस घायल हुआ और अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। नफीस पर हत्या, लूट, डकैती, नकली करेंसी और रंगदारी जैसे 30 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
मेरठ में 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की ढेर
13 अक्टूबर को मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी शहजाद उर्फ निक्की पुलिस की गोली से मारा गया था। वह दुष्कर्म के मामले में फरार था और सात से अधिक मुकदमों में वांछित था। एसपी देहात अभिजीत कुमार और एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की थी।
लखनऊ में एक लाख का इनामी गुरसेवक ढेर
इसी तरह 12 अक्टूबर को राजधानी लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख के इनामी बदमाश गुरसेवक के बीच मुठभेड़ हो गई थी। वह कुछ दिन पहले हुई हत्या और कार लूट की वारदात में वांछित था। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि गुरसेवक को इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया गया था। जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया था।
बरेली में इफ्तेखार उर्फ शैतान का अंत
बरेली जिले में 9 अक्टूबर को भोजीपुरा थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान एक लाख के इनामी इफ्तेखार उर्फ शैतान उर्फ फौजी को पुलिस ने मार गिराया था। उस पर मेरठ दंपती हत्याकांड और कई डकैतियों के मामले दर्ज थे। हालांकि एसओजी का एक हेड कांस्टेबल भी इस मुठभेड़ में घायल हो गया था।
मुजफ्फरनगर में मेहताब का खात्मा
मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर को हुई मुठभेड़ में एक लाख का इनामी मेहताब पुलिस की गोली से मारा गया था। उस पर 18 मुकदमे दर्ज थे। मौके से पुलिस ने बाइक, रिवाल्वर और लूट की ज्वेलरी बरामद की थी।
नईम की मौत से कांपा वेस्ट यूपी
मुजफ्फरनगर पुलिस ने 28 सितंबर को एक लाख के इनामी नईम को एनकाउंटर में ढेर किया था। उस पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी के 35 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। नईम की मौत के बाद वेस्ट यूपी में पुलिस की सख्ती का असर दिखा और कई गैंग के सदस्य भूमिगत हो गए थे।
इस तरह पिछले डेढ़ महीने में एक लाख के 5 इनामी, 50 हजार के एक और दर्जनों 10-25 हजार के इनामी अपराधी या तो मारे गए या पकड़े गए हैं। वहीं दावा यह भी किया जा रहा है कि जनता में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है, जबकि अपराधी अब यूपी की सीमा में कदम रखने से पहले दस बार सोच रहे हैं।
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