मऊगंजः मध्य प्रदेश के नए बने जिले मऊगंज में दुखद घटना सामने आई। घटना लौर थाना अंतर्गत ग्राम पताई की है। 21 मई की रात लगभग 1 बजे शराब कंपनी में काम करने वाले मनोज पटेल और उसके साथी पर जानलेवा हमला किया गया। इसमें गंभीर रूप से घायल हुए युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए।
मनोज की मौत से आक्रोशित परिजन मंगलवार सुबह उसका शव लेकर सीधे लौर थाने पहुंचे। उन्होंने वहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। लौर थाने पर करीब 2 घंटे तक शव को रख कर परिजनों और ग्रामीणों का हंगामा चलता रहा। परिजन थाना प्रभारी और दोनों पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग के साथ साथ आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे।
एसपी-कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का भरोसास्थिति को देखते हुए मौके पर एसपी दिलीप सोनी और कलेक्टर संजय जैन पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बातचीत कर निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ और परिजन शव को पीएम के लिए मऊगंज सिविल अस्पताल ले गए।
क्या है मामला
दरअसल, 21 मई की रात को कुछ लोगों ने शराब दुकान के दो कर्मचारियों पर हमला कर दिया था। इसमें मनोज और उसका साथी घायल हो गया था। हमला कथित तौर पर मेडिकल नशे के कारोबार से जुड़े लोगों ने किया। गंभीर रूप से घायल मनोज को पहले रीवा में भर्ती कराया गया। हालांकि हालत बिगड़ने पर नागपुर ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में मैहर के पास उसकी मौत हो गई।
फिलहाल एसपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। लेकिन एक सवाल यह निकल कर आ रहा है कि आखिर रात को शराब कंपनी के कर्मचारी वहां क्या कर रहे थे। वहीं, हत्या के बाद पूरे मामले ने राजनैतिक रूप ले लिया है।
मनोज की मौत से आक्रोशित परिजन मंगलवार सुबह उसका शव लेकर सीधे लौर थाने पहुंचे। उन्होंने वहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। लौर थाने पर करीब 2 घंटे तक शव को रख कर परिजनों और ग्रामीणों का हंगामा चलता रहा। परिजन थाना प्रभारी और दोनों पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग के साथ साथ आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे।
एसपी-कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का भरोसास्थिति को देखते हुए मौके पर एसपी दिलीप सोनी और कलेक्टर संजय जैन पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बातचीत कर निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर मामला शांत हुआ और परिजन शव को पीएम के लिए मऊगंज सिविल अस्पताल ले गए।
क्या है मामला
दरअसल, 21 मई की रात को कुछ लोगों ने शराब दुकान के दो कर्मचारियों पर हमला कर दिया था। इसमें मनोज और उसका साथी घायल हो गया था। हमला कथित तौर पर मेडिकल नशे के कारोबार से जुड़े लोगों ने किया। गंभीर रूप से घायल मनोज को पहले रीवा में भर्ती कराया गया। हालांकि हालत बिगड़ने पर नागपुर ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में मैहर के पास उसकी मौत हो गई।
फिलहाल एसपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। लेकिन एक सवाल यह निकल कर आ रहा है कि आखिर रात को शराब कंपनी के कर्मचारी वहां क्या कर रहे थे। वहीं, हत्या के बाद पूरे मामले ने राजनैतिक रूप ले लिया है।
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