मुंबई: विधान परिषद में रमी खेलने का आरोप झेलने वाले कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को खेल मंत्रालय में भेज दिया है और खेल मंत्री दत्तात्रेय भरणे को कृषि मंत्री की जिम्मेदारी दे दी गई है। इस बदलाव के बाद उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर दबाव बढ़ गया है कि उनके भी विवादित मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। बढ़ते दबाव के चलते शिंदे दिल्ली चले गए हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में वे उस रास्ते की तलाश करने गए जिससे उनके मंत्रियों पर कार्रवाई रोकी जा सके।
लंबी चर्चा के बाद बदला विभाग
कोकाटे का विभाग बदलने से पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ लंबी चर्चा की। चर्चा के बाद कोकाटे का विभाग बदल दिया गया। इससे पहले अजित पवार की पार्टी के नेता धनंजय मुंडे को विवाद के कारण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। राजनीति गलियारे में चर्चा है कि आखिर अजित पवार की पार्टी के मंत्रियों पर ही कार्रवाई क्यों हो रही है, जबकि शिंदे सेना के कई मंत्री भी गंभीर आरोपों से घिरे हैं। उनके बयान से भी सरकार की बदनामी हुई, फिर शिंदे के मंत्रियों को क्यों जीवनदान दिया जा रहा है।
डीसीएम शिंदे लाचार
दरअसल, पिछले दिनों मंत्रिमंत्रडल की हुई में मुख्यमंत्री फडणवीस ने मंत्रियों की जमकर परेड ली थी। उसके बाद यह बदलाव किया गया। बताया जाता हैं कि शिंदे के विवादित मंत्री ने इस्तीफा देने के लिए तैयार है, और न ही विभाग बदलने के लिए राजी है। विवाद से बचने के लिए शिंदे ने दिल्ली का रुख किया। उन्होंने दिल्ली में बीजेपी नेताओं के सामने अपनी बात रखी। अब दिल्ली ने उन्हें क्या लॉलीपॉप दिया है यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा।
शिंदे क्यों गए दिल्ली?
राजनीति गलियारे में चर्चा है कि मुख्यमंत्री फडणवीस गृह राज्य मंत्री योगेश कदम, सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते हैं लेकिन शिंदे को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि राज्य मंत्री योगेश कदम के पिता रामदास कदम इस बात का विरोध कर रहे हैं कि योगेश को मंत्री पद से हटाया जाए। शिरसाट भी तैयार नहीं है। इससे मुसीबत से निजात पाने के लिए शिंदे ने दिल्ली कूच किया था। सरकार में चर्चा है कि शिंदे अपने मंत्रियों के सामने लाचार है।
अजित पवार की एनसीपी आक्रामक
सरकार में बीजेपी, शिंदे सेना और अजित पवार हैं। विवाद में आने के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कोकाटे का विभाग बदल दिया। इस पर सरकार के मंत्रियों के बीच चर्चा है कि आखिर एनसीपी के मंत्री की ही कुर्बानी क्यों ली जा रही है, जबकि कोकाटे ने कोई बहुत बड़ा अपराध नहीं किया था। दूसरी ओर शिंदे के मंत्री शिरसाट के कमरे में नोटों से भरा सूटकेस दिखाई दिया। वह वीडियो वायरल हुआ। इससे सरकार की बदनामी हुई। यहीं नहीं शहर विभाग के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम के मां के नाम पर बीयर बार चल रहा है। फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसे लेकर सरकार के अंदर ही घमासान मची है।
लंबी चर्चा के बाद बदला विभाग
कोकाटे का विभाग बदलने से पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ लंबी चर्चा की। चर्चा के बाद कोकाटे का विभाग बदल दिया गया। इससे पहले अजित पवार की पार्टी के नेता धनंजय मुंडे को विवाद के कारण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। राजनीति गलियारे में चर्चा है कि आखिर अजित पवार की पार्टी के मंत्रियों पर ही कार्रवाई क्यों हो रही है, जबकि शिंदे सेना के कई मंत्री भी गंभीर आरोपों से घिरे हैं। उनके बयान से भी सरकार की बदनामी हुई, फिर शिंदे के मंत्रियों को क्यों जीवनदान दिया जा रहा है।
डीसीएम शिंदे लाचार
दरअसल, पिछले दिनों मंत्रिमंत्रडल की हुई में मुख्यमंत्री फडणवीस ने मंत्रियों की जमकर परेड ली थी। उसके बाद यह बदलाव किया गया। बताया जाता हैं कि शिंदे के विवादित मंत्री ने इस्तीफा देने के लिए तैयार है, और न ही विभाग बदलने के लिए राजी है। विवाद से बचने के लिए शिंदे ने दिल्ली का रुख किया। उन्होंने दिल्ली में बीजेपी नेताओं के सामने अपनी बात रखी। अब दिल्ली ने उन्हें क्या लॉलीपॉप दिया है यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा।
शिंदे क्यों गए दिल्ली?
राजनीति गलियारे में चर्चा है कि मुख्यमंत्री फडणवीस गृह राज्य मंत्री योगेश कदम, सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते हैं लेकिन शिंदे को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि राज्य मंत्री योगेश कदम के पिता रामदास कदम इस बात का विरोध कर रहे हैं कि योगेश को मंत्री पद से हटाया जाए। शिरसाट भी तैयार नहीं है। इससे मुसीबत से निजात पाने के लिए शिंदे ने दिल्ली कूच किया था। सरकार में चर्चा है कि शिंदे अपने मंत्रियों के सामने लाचार है।
अजित पवार की एनसीपी आक्रामक
सरकार में बीजेपी, शिंदे सेना और अजित पवार हैं। विवाद में आने के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कोकाटे का विभाग बदल दिया। इस पर सरकार के मंत्रियों के बीच चर्चा है कि आखिर एनसीपी के मंत्री की ही कुर्बानी क्यों ली जा रही है, जबकि कोकाटे ने कोई बहुत बड़ा अपराध नहीं किया था। दूसरी ओर शिंदे के मंत्री शिरसाट के कमरे में नोटों से भरा सूटकेस दिखाई दिया। वह वीडियो वायरल हुआ। इससे सरकार की बदनामी हुई। यहीं नहीं शहर विभाग के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम के मां के नाम पर बीयर बार चल रहा है। फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसे लेकर सरकार के अंदर ही घमासान मची है।
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