रायगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में गुरुवार को एक ही परिवार के 4 सदस्यों की डेड बॉडी मिली थी। किसी ने घर में घुसकर पति-पत्नी और उनके 2 बच्चों को कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी फिर बाड़ी में एक ही गड्ढे में चारों को दफना दिया। मामला खरसिया थाना क्षेत्र का है। चारों की हत्या क्यों की गई फिलहाल इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि हत्या संपत्ति विवाद या फिर मुआवजे के लिए किया गया है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस पड़ोसियों से पूछताछ कर रही है और हत्या के हर एंगल की जांच कर रही है। पुलिस को जिन लोगों पर शक है उनसे भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्या मुआवजे के लिए हुई हत्या
दावा किया जा रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों की हत्या मुआवजे और संपत्ति विवाद के लिए किया जा रहा है। घरघोड़ा के चांटीगुड़ा निवासी बुधराम उरांव अपना गांव छोड़कर पत्नी सहोद्रा उरांव, बेटा और बेटी के साथ खरसिया के ठुसेकेला गांव में रहकर मजदूरी करता था। उसकी बड़ी बेटी बुआ के यहां कोतरलिया में रहती है। उसके पैतृक गांव में उसके नाम जमीन है। उसका कुछ हिस्सा किसी प्लांट में निकला है। जिसके मुआवजे की एक किस्त मिल चुकी है जबकि बाकि पैसे मिलने वाले थे। पुलिस को शक है कि इन्हीं पैसों के लिए हत्या हो सकती है।
पुलिस पड़ोस के लोगों और कुछ संदेहियों से इस एंगल से भी पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ संजीव शुक्ला गांव पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक, जिस कमरे में चारों की लाश मिली है। उसके बगल के कमरे को भी खोदने की कोशिश की गई थी।
गांव में पुलिस की टीम मौजूद
पुलिस की टीम, फॉरेसिंक और डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची। घर के पीछे बाड़ी जहां बदबू आ रही थी वहां खोदा गया। जहां एक की गड्ढे में पति-पत्नी और दोनों बच्चों का शव मिला था। बाड़ी में गिली मिट्टी होने से तकरीबन 1 से 2 फीट आसानी से गड्ढा कर उन्हें दफना दिया गया और ऊपर से पैरा डाल दिया गया था।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस पड़ोसियों से पूछताछ कर रही है और हत्या के हर एंगल की जांच कर रही है। पुलिस को जिन लोगों पर शक है उनसे भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्या मुआवजे के लिए हुई हत्या
दावा किया जा रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों की हत्या मुआवजे और संपत्ति विवाद के लिए किया जा रहा है। घरघोड़ा के चांटीगुड़ा निवासी बुधराम उरांव अपना गांव छोड़कर पत्नी सहोद्रा उरांव, बेटा और बेटी के साथ खरसिया के ठुसेकेला गांव में रहकर मजदूरी करता था। उसकी बड़ी बेटी बुआ के यहां कोतरलिया में रहती है। उसके पैतृक गांव में उसके नाम जमीन है। उसका कुछ हिस्सा किसी प्लांट में निकला है। जिसके मुआवजे की एक किस्त मिल चुकी है जबकि बाकि पैसे मिलने वाले थे। पुलिस को शक है कि इन्हीं पैसों के लिए हत्या हो सकती है।
पुलिस पड़ोस के लोगों और कुछ संदेहियों से इस एंगल से भी पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ संजीव शुक्ला गांव पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक, जिस कमरे में चारों की लाश मिली है। उसके बगल के कमरे को भी खोदने की कोशिश की गई थी।
गांव में पुलिस की टीम मौजूद
पुलिस की टीम, फॉरेसिंक और डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची। घर के पीछे बाड़ी जहां बदबू आ रही थी वहां खोदा गया। जहां एक की गड्ढे में पति-पत्नी और दोनों बच्चों का शव मिला था। बाड़ी में गिली मिट्टी होने से तकरीबन 1 से 2 फीट आसानी से गड्ढा कर उन्हें दफना दिया गया और ऊपर से पैरा डाल दिया गया था।
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