कानपुर: 2008 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय अंडर-19 टीम के अहम सदस्य रहे तन्मय श्रीवास्तव और अजितेश अर्गल ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भारत ए अनाधिकारिक वनडे मैचों की सीरीज में मैदानी अंपायर की भूमिका निभा रहे हैं। 37 साल के मध्यम गति के गेंदबाज अर्गल कुआलालंपुर में खेले गए अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैन ऑफ द मैच रहे थे। बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज श्रीवास्तव ने 262 रन के साथ उस टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी थी।
विराट कोहली थे टीम के कप्तान
विराट कोहली उस विश्व कप में भारतीय टीम के कप्तान थे। वह अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। विराट टी20 इंटरनेशनल के साथ ही टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। हालांकि वह अभी भी वनडे क्रिकेट में खेल रहे हैं। उन्हें 19 अक्टूबर से शुरू हो रही वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है।
तन्मय श्रीवास्तव ने आईपीएल के पिछले सत्र में भी अंपायरिंग की थी। उसके पहले उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ टैलेंट स्काउट के रूप में भी काम किया था। दोनों ने 2023 में बीसीसीआई अंपायरिंग परीक्षा पास की थी और वे इससे पहले ही रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अंपायरिंग कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज अब तक उनका सबसे बड़ा कार्यभार है।
सीनियर लेवल पर कमाल नहीं कर पाए
अजितेश अर्गल का खिलाड़ी के तौर पर सीनियर स्तर का करियर ज्यादा अच्छा नहीं रहा। वह प्रथम श्रेणी के सिर्फ 10 मैच ही खेल सके। श्रीवास्तव लगभग 10 वर्षों तक उत्तर प्रदेश की मजबूत टीम के नियमित सदस्य रहे और 90 प्रथम श्रेणी मैच खेले। वह हालांकि आयु स्तर के बाद कभी भारतीय टीम के लिए दावेदारी नहीं पेश कर सके। भारतीय क्रिकेट में घरेलू अंपायरों का स्तर वर्षों से खास अच्छा नहीं रहा है। इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि सिर्फ नितिन मेनन ही आईसीसी के एलीट पैनल का हिस्सा हैं।
अर्गल और श्रीवास्तव के लिए हालांकि अभी ये शुरुआती दिन हैं लेकिन दोनों लगातार अच्छा प्रदर्शन कर आईसीसी एमिरेट्स पैनल और फिर एलीट पैनल तक पहुंचने की कोशिश करेंगे।
विराट कोहली थे टीम के कप्तान
विराट कोहली उस विश्व कप में भारतीय टीम के कप्तान थे। वह अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं। विराट टी20 इंटरनेशनल के साथ ही टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। हालांकि वह अभी भी वनडे क्रिकेट में खेल रहे हैं। उन्हें 19 अक्टूबर से शुरू हो रही वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह मिली है।
तन्मय श्रीवास्तव ने आईपीएल के पिछले सत्र में भी अंपायरिंग की थी। उसके पहले उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ टैलेंट स्काउट के रूप में भी काम किया था। दोनों ने 2023 में बीसीसीआई अंपायरिंग परीक्षा पास की थी और वे इससे पहले ही रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अंपायरिंग कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया ए सीरीज अब तक उनका सबसे बड़ा कार्यभार है।
सीनियर लेवल पर कमाल नहीं कर पाए
अजितेश अर्गल का खिलाड़ी के तौर पर सीनियर स्तर का करियर ज्यादा अच्छा नहीं रहा। वह प्रथम श्रेणी के सिर्फ 10 मैच ही खेल सके। श्रीवास्तव लगभग 10 वर्षों तक उत्तर प्रदेश की मजबूत टीम के नियमित सदस्य रहे और 90 प्रथम श्रेणी मैच खेले। वह हालांकि आयु स्तर के बाद कभी भारतीय टीम के लिए दावेदारी नहीं पेश कर सके। भारतीय क्रिकेट में घरेलू अंपायरों का स्तर वर्षों से खास अच्छा नहीं रहा है। इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि सिर्फ नितिन मेनन ही आईसीसी के एलीट पैनल का हिस्सा हैं।
अर्गल और श्रीवास्तव के लिए हालांकि अभी ये शुरुआती दिन हैं लेकिन दोनों लगातार अच्छा प्रदर्शन कर आईसीसी एमिरेट्स पैनल और फिर एलीट पैनल तक पहुंचने की कोशिश करेंगे।
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