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निजेला सीड आसान बना सकता है आपकी वेट लॉस जर्नी, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट मंजुला से जानें सेवन का तरीका

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वज़न घटाना आज के समय में कई लोगों के लिए एक बड़ा चैलेंज बन चुका है। भागदौड़ भरी जिंदगी और अनहेल्दी खानपान की वजह से शरीर पर चर्बी जमा हो जाती है और फिर उसे घटाना आसान नहीं होता। लोग तरह-तरह के डाइट प्लान्स और जिम में पसीना बहाते हैं, लेकिन फिर भी अक्सर संतोषजनक नतीजे नहीं मिलते। ऐसे में अगर कोई घरेलू उपाय मदद कर दे, तो बात ही कुछ और होती है।

आयुर्वेद में कई ऐसे प्राकृतिक तत्वों का ज़िक्र है जो शरीर को अंदर से डिटॉक्स करके वजन कम करने में मदद करते हैं। इन्हीं में से एक है निजेला सीड, जिसे आमतौर पर कलौंजी के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेदाचार्य मंजुला के अनुसार, कलौंजी के बीजों में मौजूद औषधीय गुण मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं और अतिरिक्त वसा को तेजी से कम करने में सहायक होते हैं।

कलौंजी का सेवन यदि सही समय, मात्रा और तरीके से किया जाए, तो यह आपकी वज़न घटाने की प्रक्रिया को गति दे सकता है। न तो इसमें कोई साइड इफेक्ट होता है और न ही यह आपके शरीर पर गलत असर डालता है। बस ज़रूरत है नियमितता और संयम की।(Photo Credit):iStock


कलौंजी क्या है और कैसे करता है काम image

कलौंजी या निजेला सीड एक पारंपरिक मसाला है जो भारतीय रसोई में स्वाद और सुगंध के लिए इस्तेमाल होता है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, इसके गुण केवल स्वाद तक सीमित नहीं हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को तेज करते हैं। इससे शरीर में जमा फैट तेजी से बर्न होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है। इसका नियमित सेवन पेट को साफ रखता है और पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है।


आयुर्वेद के अनुसार – कब और कैसे करें सेवन image

मंजुला जी का कहना है कि सुबह खाली पेट कलौंजी का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। आप एक चम्मच कलौंजी को रातभर पानी में भिगोकर रख सकते हैं और सुबह उस पानी को पी सकते हैं। चाहें तो कलौंजी पाउडर को शहद या गुनगुने पानी के साथ भी लिया जा सकता है। इससे पेट साफ होता है, भूख कंट्रोल होती है और मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।


कलौंजी से जुड़ी जरूरी सावधानियां image

हालांकि कलौंजी पूरी तरह प्राकृतिक है, फिर भी इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। गर्भवती महिलाएं, ब्लड प्रेशर या शुगर की दवा ले रहे लोग इसे बिना डॉक्टर की सलाह के न लें। रोज़ाना 1-2 ग्राम से ज्यादा कलौंजी नहीं लेनी चाहिए। ज्यादा मात्रा में सेवन से उल्टी, सिरदर्द या पेट की गड़बड़ी हो सकती है। इसलिए बेहतर है कि इसे सीमित मात्रा में और सही समय पर लिया जाए, ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके।


अन्य स्वास्थ्य लाभ भी कम नहीं image

कलौंजी केवल वजन घटाने में ही नहीं बल्कि कई दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं में भी फायदेमंद मानी जाती है। यह इम्यून सिस्टम को मज़बूत करती है, ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखती है, बालों और त्वचा को हेल्दी बनाती है। इसके अलावा यह सांस संबंधी समस्याओं, गठिया और एलर्जी जैसी तकलीफों में भी राहत देती है। इसलिए इसे सुपरसीड्स में गिना जाता है, जो पूरे शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाता है।


वेट लॉस में तेजी के लिए अन्य आदतें भी अपनाएं image

कलौंजी तभी असर दिखाएगी जब आप उसे सही लाइफस्टाइल के साथ अपनाएंगे। संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, और रोज़ाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ साथ होनी चाहिए। फाइबर युक्त भोजन, पानी का पर्याप्त सेवन और स्ट्रेस से दूर रहना भी जरूरी है। वेट लॉस कोई जादू नहीं, बल्कि एक नियमित प्रक्रिया है जिसमें धैर्य, अनुशासन और सही मार्गदर्शन जरूरी होता है। कलौंजी इसमें एक असरदार सहयोगी बन सकती है।

डिस्क्लेमर:यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।​

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