10 Lines on Guru Nanak Jayanti : गुरु नानक जयंती हर वर्ष मनाई जाती है। इस बार 2025 में गुरु नानक जयंती 5 नवंबर को मनाई जाएगी। यह दिन सिख धर्म के पहले गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस के लिए जाना जाता है। इस दिन गुरु नानक देव जी की शिक्षा और प्रेम, समानता व सत्य के संदेशों को याद किया जाता है। यह दिन छात्रों के लिए भी खास होता है क्योंकि स्कूलों में निबंध और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित हो सकती हैं। इसलिए आपको गुरु नानक जयंती के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इस लेख में गुरु नानक जयंती पर 10 लाइनें बता रहे हैं जो   निबंध और स्पीच तैयार करते समय आपके काम आएंगी।   
   
गुरु नानक जयंती पर 10 लाइनेंगुरु नानक जयंती हर वर्ष मनाई जाती है।    इस दिन हम गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का स्मरण करते हैं।    इस दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारों में भजन-कीर्तन करते हैं।    गुरु नानक जयंती पर संगत निहाल होती है।    गुरु नानक जयंती पर नगर कीर्तन और लंगर का आयोजन किया जाता है।    इस दिन यह समझ आता है कि गुरु नानक देव जी ने समानता और सत्य का संदेश दिया।    गुरु नानक देव जी ने कहा था कि ईश्वर एक है और सबमें है।    यह दिन याद दिलाता है कि गुरु नानक देव की शिक्षाएं गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज हैं।    यह दिन भक्ति और एकता का प्रतीक है।    गुरु नानक जयंती पर सभी लोग प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हैं।     गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है?
   गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है?   
   
गुरु नानक जयंती भक्ति, सेवा और समानता का पर्व कहा जाता है। यह वह दिन है जब हम गुरु नानक देव जी के उपदेशों को याद करते हैं। इस दिन भजन-कीर्तन के अलावा लंगर का आयोजन सभी को एकजुट करता है। प्रभात-जुलूस या फिर अन्य कार्यक्रमों का आयोजन गुरु नानक देव जी को नमन करने के लिए होते हैं। इस दिन समाज में प्रेम और एकता रखने के लिए जागरूक किया जाता है। गुरु नानक देव जी का स्मरण कर उन्हें श्रद्धंजलि दी जाती है।
गुरु नानक जयंती पर 10 लाइनें
गुरु नानक जयंती भक्ति, सेवा और समानता का पर्व कहा जाता है। यह वह दिन है जब हम गुरु नानक देव जी के उपदेशों को याद करते हैं। इस दिन भजन-कीर्तन के अलावा लंगर का आयोजन सभी को एकजुट करता है। प्रभात-जुलूस या फिर अन्य कार्यक्रमों का आयोजन गुरु नानक देव जी को नमन करने के लिए होते हैं। इस दिन समाज में प्रेम और एकता रखने के लिए जागरूक किया जाता है। गुरु नानक देव जी का स्मरण कर उन्हें श्रद्धंजलि दी जाती है।
You may also like
 - इमरजेंसी से लेकर आज तक... कांग्रेस की दमनकारी सोच में कोई बदलाव नहीं, धर्मेंद्र प्रधान ने क्यों कही ये बात
 - बिहार चुनाव: शेरघाटी सीट पर एनडीए और महाठबंधन के बीच कांटे की टक्कर –
 - भ्रष्टाचार मामले में इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी को 18 महीने की जेल –
 - महाराष्ट्र में वोट चोरी के खिलाफ विपक्ष का सत्य का मोर्चा, आज होगा जुलूस
 - भोपालः मंत्री राकेश सिंह ने की हुजूर विधानसभा के विकास कार्यों की सराहना




