Chhath Puja 2024 Arghya Time : लोकआस्था का महापर्व आज देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज छठ पूजा में तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण दिन है। आज शाम को व्रती महिलाएं विशेष मंत्रों का जप करते हुए डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी। छठ पूजा में लोग पूरी श्रृद्धा और आस्था के साथ शामिल होते हैं। छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते सूर्य और चौथे व आखिरी दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। छठ के व्रत में छठी मइया की पूजा की जाती है और सूर्यदेव की उपासनी की जाती है। मान्यता है कि जिस मनौती के साथ छठ का व्रत रखा जाता है, छठी मइया उसे जरूर पूर्ण करती हैं। छठ पूजा प्रमुख रूप से नदी और तालाबों के घाट पर की जाती है। इस दिन व्रती निर्जला व्रत करके शाम के वक्त सूर्य को अर्घ्य देते हैं। पूजा के लिए बांस की टोकरी या फिर सूप में ठेकुआ, फल, नारियल, गन्ना और अन्य सामग्री रखी जाती है। इसके साथ लोक गीत गाते हुए छठ पूजा में विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। छठी मइया का ध्यान करते हुए व्रती महिलाएं पानी में खड़े होकर सूर्य देवता को प्रसाद अर्पित करती हैं और डूबते सूर्य को अर्घ्य देती हैं। आइए जानते हैं देश के प्रमुख शहरों में शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त क्या है। छठ पूजा संध्या अर्घ्य देने का समय (Chhath Puja 2024 Arghya Time)हिंदी पंचांग के अनुसार आज शाम को छठ पूजा में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और कल सुबह यानी कि 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। आज सूर्यास्त 5 बजकर 28 मिनट पर होगा। सूर्योदय 8 नवंबर को सुबह 6 बजकर 32 मिनट पर होगा। देखें आपके शहर में अर्घ्य देने का समय क्या है। दिल्ली में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 5 बजकर 2 मिनट पर मुंबई में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 5 बजकर 32 मिनट पर पटना में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 4 बजकर 32 मिनट परबनारस में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 4 बजकर 43 मिनट परलखनऊ में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 4 बजकर 49 मिनट परगोरखपुर में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 4 बजकर 40 मिनट परप्रयागराज में अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त : शाम को 4 बजकर 48 मिनट पर अर्घ्य देते समय इस मंत्र का करें जप तीसरे दिन संध्या अर्घ्य देते समय इन मत्रों का जप करें। ओम घृणि: सूर्याय नमःओम आदित्य भास्कराय नमःओम सूर्याय नमःओम जपा कुसुम संकाशं: काश्यपेयं महाद्युतिम्, ध्वंतारी सर्व पाप बहना. प्रणतोऽस्मि दिवकरम. सहित इम मे लोग अज्थेउइ अर्घ्य देने की विधि शाम के वक्त सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए तांबे के लोटे का प्रयोग करें। अर्घ्य देते वक्त आपका मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए। तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें लाल चंदन और लाल फूल डाल लें। इसके बाद ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जप करते हुए सूर्य को अर्घ्य दें।
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