वर्तमान दौर में वायु प्रदूषण एक बड़ी चिंता बन चुका है। शहरों की हवा में प्रदूषकों का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे सांस से जुड़ी बीमारियां, एलर्जी और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में एयर प्यूरीफायर को घर और ऑफिस की हवा को साफ करने का एक प्रभावी उपाय माना जाता है। लेकिन क्या ये सच में हवा को प्रदूषित तत्वों से पूरी तरह मुक्त कर पाता है? और क्या यह उपकरण हमारे स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह सुरक्षित है? आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय और वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर।
एयर प्यूरीफायर क्या है और कैसे काम करता है?
एयर प्यूरीफायर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो कमरे की हवा को अंदर खींचता है, उसे फिल्टर करता है और साफ करके वापस हवा में छोड़ता है। इसमें आमतौर पर HEPA फिल्टर, एक्टिव कार्बन फिल्टर, और यूवी लाइट जैसे तकनीकी तत्व होते हैं जो धूल, धुआं, धुएं के कण, बैक्टीरिया, वायरस और अन्य प्रदूषकों को कम करने में मदद करते हैं।
एयर प्यूरीफायर के फायदे:
धूल, धुआं और प्रदूषकों को कम करता है: खासतौर पर PM2.5 और PM10 जैसे सूक्ष्म कणों को फिल्टर करके हवा को साफ करता है।
एलर्जी और अस्थमा में राहत: एलर्जी पैदा करने वाले कण और बैक्टीरिया कम होते हैं, जिससे सांस की तकलीफ में राहत मिलती है।
बदलती जलवायु और प्रदूषण से बचाव: खासकर प्रदूषण के बढ़ते स्तर वाले शहरों में घर की अंदरूनी हवा को बेहतर बनाता है।
एयर प्यूरीफायर के कुछ संभावित नुकसान:
ओजोन उत्सर्जन: कुछ एयर प्यूरीफायर, खासकर जो ओजोन जनरेट करते हैं, वे हानिकारक गैसें उत्सर्जित कर सकते हैं, जो फेफड़ों के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं।
फिल्टर की नियमित सफाई आवश्यक: अगर फिल्टर साफ न किया जाए तो एयर प्यूरीफायर बैक्टीरिया का स्रोत बन सकता है।
पूरी तरह प्रदूषण मिटाना संभव नहीं: बाहरी प्रदूषण के स्तर को पूरी तरह नियंत्रित नहीं किया जा सकता, खासकर जब घर के दरवाजे और खिड़कियां खुली हों।
क्या एयर प्यूरीफायर हर किसी के लिए सुरक्षित है?
विशेषज्ञ बताते हैं कि सही प्रकार का और प्रमाणित एयर प्यूरीफायर उपयोग करने से यह सेहत के लिए सुरक्षित होता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप ओजोन जनरेटिंग उपकरणों से बचें और फिल्टर की नियमित सफाई करें। साथ ही इसे वेंटिलेशन के साथ इस्तेमाल करें ताकि कमरे में हवा का संचार बना रहे।
एयर प्यूरीफायर का सही उपयोग कैसे करें?
कमरे का आकार और एयर प्यूरीफायर की क्षमता मिलानी चाहिए।
नियमित रूप से फिल्टर की सफाई और समय-समय पर बदलना जरूरी है।
वेंटिलेशन का ध्यान रखें ताकि ताजी हवा भी आती रहे।
ओजोन जनरेटिंग एयर प्यूरीफायर से बचें।
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