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अर्थतंत्र की खबरें: सीतारमण ने सार्वजनिक बैंकों को दिया ये निर्देश और अमेरिका और चीन के बीच व्यापार कनेक्शन!

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) से कहा कि वे अर्थव्यवस्था के उत्पादक क्षेत्रों को अधिक ऋण देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की आधा प्रतिशत की बड़ी ब्याज कटौती का लाभ उठाएं।

सूत्रों ने बताया कि पीएसबी के वित्तीय प्रदर्शन की समीक्षा के लिए एक बैठक के दौरान सीतारमण ने उनके प्रमुखों से वित्त वर्ष 2025-26 में मुनाफे की रफ्तार बनाए रखने को भी कहा।

वित्त वर्ष 2024-25 में 12 पीएसबी का कुल मुनाफा बढ़कर रिकॉर्ड 1.78 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो सालाना आधार पर 26 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान लाभ में सालाना आधार पर वृद्धि लगभग 37,100 करोड़ रुपये थी।

सूत्रों के अनुसार वित्त मंत्री को उम्मीद है कि आरबीआई के आधा प्रतिशत की ब्याज दर कटौती के बाद पीएसबी की ऋण वृद्धि में सुधार होना चाहिए।

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वित्तीय समावेश को बढ़ाने के लिए बैंकों को सरकार की योजनाओं में अधिक से अधिक ग्राहकों को शामिल करना चाहिए।

बैठक के दौरान किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम मुद्रा और तीन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं - प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना (एपीवाई) सहित विभिन्न खंडों और सरकारी योजनाओं की प्रगति की व्यापक समीक्षा की गई।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे चढ़कर 85.48 पर बंद

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे बढ़कर 85.48 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश प्रवाह और घरेलू शेयर बाजारों में तेजी के साथ रुपये में मजबूती आई।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी मुद्रा सूचकांक के निचले स्तर ने भी रुपये का समर्थन किया, हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने इसकी बढ़त को सीमित कर दिया।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध आधार पर 12,594.38 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में, रुपया डॉलर के मुकाबले 85.50 पर खुला और 85.43-85.65 के दायरे में कारोबार करने के बाद अंत में 85.48 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से 24 पैसे की तेजी है।

बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 36 पैसे बढ़कर 85.72 पर बंद हुआ था।

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘एफआईआई निवेश प्रवाह और गिरते डॉलर इंडेक्स ने रुपये को ऊपर जाने में मदद की।’’

उन्होंने कहा, ‘‘नौ जुलाई को ट्रंप शुल्क की तारीख तेजी से नजदीक आ रही है और... बाजार अनिश्चितता से घिरा हुआ है। इसलिए, अगले हफ्ते रुपये के 86 पर पहुंचने की संभावना है।’’

छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत बढ़कर 97.24 पर पहुंच गया।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड पिछले सत्र में गिरावट के बाद वायदा कारोबार में 0.72 प्रतिशत बढ़कर 68.22 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

इस बीच, घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स 303.03 अंक चढ़कर 84,058.90 और निफ्टी 88.80 अंक बढ़कर 25,637.80 पर बंद हुआ।

अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते पर हुए हस्ताक्षर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और चीन ने व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। साथ ही उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही भारत के साथ भी समझौता हो जाएगा।

वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने ‘ब्लूमबर्ग टीवी’ को बताया कि चीन के साथ इस सप्ताह की शुरुआत में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

ट्रंप और लुटनिक दोनों ने ही समझौते के बारे में कोई विवरण नहीं दिया।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने बृहस्पतिवार देर रात कहा, ‘‘ हमने अभी-अभी चीन के साथ इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।’’

लुटनिक ने कहा कि इस समझौते पर दो दिन पहले ही ‘‘हस्ताक्षर’’ किए गए।

उन्होंने कहा, ‘‘ राष्ट्रपति को समझौते करने हैं...हम एक के बाद एक समझौते करने जा रहे हैं।’’

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि दोनों पक्षों ने ‘‘समझौते की रूपरेखा के विवरण की पुष्टि की है।’’ लेकिन उसके बयान में स्पष्ट रूप से दुर्लभ खनिजों तक अमेरिका की पहुंच का उल्लेख नहीं किया गया है। इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों में होता है। चीन का दुर्लभ खनिज के निर्यात को सीमित करना विवाद का मुख्य मुद्दा रहा है।

इसमें कहा गया है, ‘‘ चीन उन नियंत्रित वस्तुओं के निर्यात आवेदनों को मंजूरी देगा जो कानून के अनुसार शर्तों को पूरा करते हैं। अमेरिका तदनुसार चीन के खिलाफ उठाए गए प्रतिबंधात्मक उपायों की एक श्रृंखला को रद्द कर देगा। उम्मीद है कि अमेरिका और चीन दोनों बराबरी से पहल करेंगे।’’

ट्रंप ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन पार्टी के कर एवं व्यय कटौती विधेयक को पारित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘ हमारे पास कुछ बेहतरीन समझौते हैं। हम एक और समझौता करने जा रहे हैं, संभवत: भारत के साथ। बहुत बड़ा। हम भारत के लिए रास्ते खोलने जा रहे हैं।’’

राष्ट्रपति ने साथ ही कहा, ‘‘ हम हर किसी के साथ समझौता नहीं करने जा रहे हैं। कुछ लोगों को हम बस एक पत्र भेजकर कहेंगे कि आपका बहुत-बहुत धन्यवाद... आप 25, 35, 45 प्रतिशत का भुगतान करेंगे। यह एक आसान तरीका है।’’

अमेरिका ने उसके द्वारा दो अप्रैल को घोषित उच्च शुल्क को नौ जुलाई तक के लिए निलंबित किया है।

भारत के साथ ‘‘बहुत बड़ा’’ व्यापार समझौता होने वाला है: ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ एक ‘‘बहुत बड़ा’’ व्यापार समझौता होने वाला है।

उन्होंने दोनों देशों के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित द्विपक्षीय व्यापार समझौते की वार्ता प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत दिया।

ट्रंप ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन पार्टी के कर एवं व्यय कटौती विधेयक को पारित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘‘ हमारे पास कुछ बेहतरीन समझौते हैं। हम एक और समझौता करने जा रहे हैं, संभवत: भारत के साथ। बहुत बड़ा...’’

ट्रंप ने कहा, ‘‘ चीन समझौते में, हम चीन के लिए द्वार खोलने की शुरुआत कर रहे हैं। ऐसी चीजें जो वास्तव में कभी नहीं हुईं...सभी देशों के साथ संबंध बहुत अच्छे हैं।’’

राष्ट्रपति ने हालांकि चीन के साथ हुए समझौते के विवरण के बारे में विस्तार से नहीं बताया।

उन्होंने कहा कि हर देश समझौता करना चाहता है और इसका हिस्सा बनना चाहता है। उनके प्रशासन के अधिकारी देशों के साथ समझौते करने के लिए अतिरिक्त मेहनत कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ याद कीजिए , कुछ महीने पहले, मीडिया कह रहा था, ‘‘ क्या वाकई कोई ऐसा (देश) है जो इसमें दिलचस्पी रखता हो? खैर, हमने कल ही चीन के साथ समझौता किया है। हम कुछ बेहतरीन समझौते कर रहे हैं।’’

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ हम हर किसी के साथ समझौता नहीं करने जा रहे हैं। कुछ लोगों को हम बस एक पत्र भेजकर कहेंगे कि आपका बहुत-बहुत धन्यवाद... आप 25, 35, 45 प्रतिशत का भुगतान करेंगे। यह एक आसान तरीका है लेकिन मेरे लोग इसे इस तरह से नहीं करना चाहते हैं। वे इसको लेकर कुछ करना चाहते हैं। समझौते करने की ललक उनमें मुझसे भी अधिक है।’’

ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक भारतीय दल, अमेरिका के साथ अगले दौर की व्यापार वार्ता के लिए बृहस्पतिवार को वाशिंगटन पहुंचा। दोनों देश अंतरिम व्यापार समझौते के लिए बातचीत कर रहे हैं और नौ जुलाई से पहले समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश में हैं।

अमेरिका ने उसके द्वारा दो अप्रैल को घोषित उच्च शुल्क को नौ जुलाई तक के लिए निलंबित किया है।

भारत के लिए कृषि और दुग्ध क्षेत्र अमेरिका को शुल्क रियायतें देने के लिए कठिन और चुनौतीपूर्ण क्षेत्र हैं। भारत ने अब तक हस्ताक्षरित किसी भी मुक्त व्यापार समझौते में दुग्ध क्षेत्र को नहीं खोला है।

अमेरिका कुछ औद्योगिक वस्तुओं, मोटर वाहन विशेषकर इलेक्ट्रिक वाहनों, वाइन, पेट्रोरसायन उत्पादों, दुग्ध तथा कृषि उत्पादों जैसे सेब, वृक्ष गिरी तथा आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों पर शुल्क रियायत चाहता है।

भारत प्रस्तावित व्यापार समझौते में कपड़ा, रत्न एवं आभूषण, चमड़े के सामान, परिधान, प्लास्टिक, रसायन, झींगा, तिलहन, अंगूर और केले जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों के लिए शुल्क रियायत की मांग कर रहा है।

शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन तेजी, सेंसेक्स फिर से 84,000 के पार

विदेशी पूंजी का प्रवाह बढ़ने और आईसीआईसीआई बैंक एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज में खरीदारी आने से शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार लगातार चौथे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 303 अंक चढ़ गया जबकि निफ्टी में 89 अंक की तेजी रही।

विश्लेषकों के मुताबिक, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती जारी रहने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आने से भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा।

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 303.03 अंक यानी 0.36 प्रतिशत चढ़कर एक बार फिर 84,000 के स्तर के ऊपर 84,058.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 333.48 अंक बढ़कर 84,089.35 पर पहुंच गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 88.80 अंक यानी 0.35 प्रतिशत बढ़कर 25,637.80 अंक पर पहुंच गया।

साप्ताहिक आधार पर बीएसई सेंसेक्स में कुल 1,650.73 अंक यानी दो प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई जबकि एनएसई निफ्टी में 525.4 अंक यानी दो प्रतिशत का उछाल आया।

बजाज ब्रोकिंग की शेयर बाजार पर जारी टिप्पणी के मुताबिक, "सेंसेक्स एवं निफ्टी ने मजबूती के साथ साप्ताहिक कारोबार का समापन किया। ईरान-इजराइल युद्धविराम के बाद तनाव घटने और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद से तेजी के इस दौर को समर्थन मिला है।"

सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सन फार्मा के शेयरों में प्रमुख रूप से तेजी रही।

दूसरी तरफ, ट्रेंट, इटर्नल, एक्सिस बैंक और टाइटन के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।

कारोबार के दौरान एक्जो नोबल इंडिया का शेयर 6.65 प्रतिशत तक उछल गया। जेएसडब्ल्यू पेंट्स लिमिटेड की तरफ से कंपनी में बहुलांश हिस्सेदारी लेने की घोषणा के बाद इसके शेयरों में तेज लिवाली रही।

जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "पश्चिम एशिया में युद्ध-विराम और समयसीमा से पहले व्यापार तनाव कम होने की उम्मीद ने निवेशकों की असमंजस दूर कर दी है। एफआईआई लगातार कई दिनों तक बिकवाली करने के बाद अब शुद्ध खरीदार बन गए हैं, जिससे निकट भविष्य में बाजार की स्थिरता में सुधार हुआ है।"

नायर ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती ने भी निवेशकों को घरेलू वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रभावित किया है।

छोटी कंपनियों से संबंधित बीएसई स्मालकैप सूचकांक 0.54 प्रतिशत चढ़ गया जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक में 0.38 प्रतिशत की तेजी रही।

बीएसई पर सूचीबद्ध 2,251 शेयर चढ़कर बंद हुए जबकि 1,760 शेयरों में गिरावट रही और 154 शेयर के भाव अपरिवर्तित रहे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 12,594.38 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की सूचकांक चढ़कर बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग नुकसान में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को सकारात्मक दायरे में रहे थे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.72 प्रतिशत बढ़कर 68.20 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 1,000.36 अंक उछलकर 83,755.87 अंक और निफ्टी 304.25 अंक बढ़कर 25,549 अंक पर बंद हुआ था।

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