उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सोमवार (30 जून) को फिर से मौसम ने करवट ली है। मौसम विभाग ने जहां एक ओर हिमाचल के 4 जिलों में और उत्तराखंड के 9 जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है, वहीं दूसरी ओर लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। लगातार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई इलाकों में लोग फंसे हुए हैं और राहत कार्य लगातार जारी है।#WATCH | Chamba, Uttarakhand | Rain lashes several parts of Chamba city. pic.twitter.com/1UutcNVrDU
— ANI (@ANI) June 30, 2025
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों के स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है। यह निर्णय बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया गया है, ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने राज्य के उपायुक्तों को यह निर्देश भी दिए हैं कि भारत मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश तुरंत जारी करें। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर नजर रखे हुए है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
हिमाचल के इन जिलों में रेड अलर्ट, प्रशासन हाई अलर्ट पर
राज्य में अगले 24 घंटों में व्यापक वर्षा गतिविधियों की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार की शाम से बारिश की तीव्रता और बढ़ सकती है। बीते 24 घंटे की बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने सोलन, सिरमौर, कांगड़ा और मंडी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
आदि कैलाश यात्रा मार्ग फिर हुआ बंद, यात्रियों की परेशानी बढ़ी
उत्तराखंड के धारचूला क्षेत्र में हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं। भारी बारिश ने आदि कैलाश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की राह मुश्किल कर दी है। दोबाट के पास चट्टान खिसकने से यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया है। कार्यदायी संस्था रास्ता खोलने में जुटी है, लेकिन मौसम की मार के चलते काम में विलंब हो रहा है। देर रात से धारचूला में मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे इलाके में भूस्खलन की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं।
रुद्रप्रयाग में मूसलाधार बारिश, केदारनाथ यात्रा पर असर
रविवार देर रात से रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते केदारनाथ धाम की यात्रा प्रभावित हो गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को एहतियातन सोनप्रयाग में रोक दिया है। केदारनाथ हाईवे पर कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण मलबा और भारी बोल्डर गिरने से रास्ता बाधित हुआ है। विजयनगर के पास गिरी चट्टानों की चपेट में आकर कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इसी तरह, बद्रीनाथ हाईवे भी सिरोबगड़ के पास बंद हो गया है और दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।
उत्तराखंड के इन जिलों में रेड अलर्ट – विशेष सावधानी बरतने की जरूरत
उत्तराखंड के चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, ऊधम सिंह नगर और उत्तरकाशी जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें, पहाड़ों के पास जाने से बचें और प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
इस मुश्किल वक्त में प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें पूरी तत्परता से जुटी हुई हैं। आमजन से भी यही अपील है कि वे संयम रखें और अफवाहों से दूर रहते हुए सतर्कता बरतें, क्योंकि सतर्क रहना ही इस समय सबसे बड़ा बचाव है।
You may also like
Jokes: टीचर क्लास में पढ़ा रही थी, टीचर- बच्चों आज मैं तुमको अंग्रेजी सिखाउंगी, चल पप्पू तू खड़ा हो जा, पप्पू- जी मैडम, टीचर- “राम मुझसे प्यार नहीं करता”इसका इंग्लिश में सेंटेंस बनाओ, पढ़ें आगे..
पहाड़ से गिरे पत्थर, मंदिर का हिस्सा व शिवलिंग क्षतिग्रस्त
5G फोन लेना है? Samsung की ये डील मत छोड़िए, Galaxy F56 अब मिल रहा है सस्ते में
अमृतसर : पंजाब पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का किया भंडाफोड़, 60 किलो हेरोइन बरामद
सियासी पिच पर संघर्षों से भरी है अखिलेश की जिंदगी, सत्ता-प्यार और परिवार हर मोर्चे पर डटे रहे मुलायम के 'लाल'