By Jitendra Jangid- दोस्तो जैसा कि हम आपको कई बार बता चुके हैं कि भारतीय रेलवे विभाग दुनिया में चौथे नंबर का रेलवे विभाग हैं, जो ना केवल सुविधाजनक हैं बल्कि आरामदायक और किफायती भी हैं, ट्रेन में यात्रा करते समय आपने रेलवे ट्रैक के किनारे कई तरह के साइनबोर्ड देखे होंगे। उनमें से ज़्यादातर पर स्टेशन का नाम या सुरक्षा निर्देश लिखे होते हैं। लेकिन कुछ बोर्ड ऐसे भी होते हैं जिन पर C/FA और W/L जैसे कोड होते हैं, जिन्हें कई यात्री समझ नहीं पाते। आइए जानते हैं इनके बारे में पूरी डिटेल्स
आइए जानें कि C/FA और W/L बोर्ड का क्या मतलब है और इनका इस्तेमाल क्यों किया जाता है:

W/L और C/FA क्या हैं?
W/L का मतलब है सीटी/समतल क्रॉसिंग।
C/FA का मतलब है सीटी/गेट।
ये संकेत ट्रेन ड्राइवर (जिसे लोको पायलट भी कहते हैं) को लेवल क्रॉसिंग या रेलवे गेट के पास आने पर हॉर्न बजाने का निर्देश देते हैं।
ये बोर्ड क्यों ज़रूरी हैं?
ये संकेत लोको पायलट को क्रॉसिंग के पास जाने से पहले हॉर्न बजाने के लिए अलर्ट का काम करते हैं।
हॉर्न पैदल चलने वालों, वाहनों और ट्रैक के पास मौजूद किसी भी व्यक्ति को सतर्क रहने और सुरक्षित तरीके से दूर जाने की चेतावनी देता है।

ये बोर्ड कहां लगाए जाते हैं?
ये सीटी बोर्ड वास्तविक लेवल क्रॉसिंग या गेट से 250 से 300 मीटर पहले लगाए जाते हैं।
इससे हॉर्न बजने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।
बोर्ड पीले क्यों होते हैं?
बोर्ड चमकीले पीले रंग से रंगे होते हैं, ताकि उन्हें दूर से आसानी से देखा जा सके।
उनके विशिष्ट कार्य के कारण, उन्हें सीटी संकेतक बोर्ड के रूप में भी जाना जाता है।
ये बोर्ड किसके लिए हैं?
ये बोर्ड केवल लोको पायलट के लिए होते हैं।
यात्री आमतौर पर इन्हें अनदेखा कर देते हैं, लेकिन ये ट्रेन संचालन और सार्वजनिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
तो अगली बार जब आप रेलवे ट्रैक पर C/FA या W/L साइनबोर्ड देखें, तो आपको पता चल जाएगा कि इसका क्या मतलब है और यह क्यों है!
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