दोस्तो भारत में 90 के दशक में प्राइवेट चैनल्स ने दस्तक दी थी उसी दिन से मनोरजंन दुनिया में क्रांति आ गई थी, जिन पर मनोरंजन नाटक, फिल्में और कई प्रोग्राम आते है, ऐसे में हम बात करें फिल्मों की तो ये केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि चैनलों की कमाई का एक बड़ा ज़रिया भी है। जब भी कोई चैनल कोई फ़िल्म प्रसारित करता है, तो उसके पास पैसे कमाने के कई तरीके होते हैं, खासकर विज्ञापनों और प्रायोजनों के ज़रिए। आइए जानते हैं फिल्में दिखाकर चैनल कितने पैसे कमा लेता हैं-

विज्ञापन ब्रेक अहम हैं: फ़िल्मों के दौरान विज्ञापन ब्रेक टीवी चैनलों के लिए सबसे ज़्यादा कमाई का ज़रिया होते हैं। आमतौर पर, हर 10-15 मिनट में एक विज्ञापन ब्रेक आता है।
विज्ञापनों की अवधि: एक सामान्य 2.5 घंटे की फ़िल्म में लगभग 40 से 50 मिनट विज्ञापनों के लिए होते हैं।
कई फ़िल्मों से कमाई: सिर्फ़ 5 फ़िल्में दिखाकर, एक चैनल 1 से 5 करोड़ रुपये तक कमा सकता है। सटीक राशि फ़िल्म की लोकप्रियता और उसके प्रसारण के समय पर निर्भर करती है।

प्रायोजित फ़िल्में: कभी-कभी, ब्रांड पूरी फ़िल्म को प्रायोजित करते हैं, जिससे चैनल को और भी ज़्यादा कमाई होती है।
अतिरिक्त आय: टीवी चैनल डीटीएच और केबल प्रदाताओं से भी कमाई करते हैं, जो अपने सब्सक्रिप्शन पैकेज में चैनल को शामिल करने के लिए भुगतान करते हैं।
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