तिरुवनंतपुरम, 7 अगस्त . अर्जेंटीना के विश्व प्रसिद्ध फुटबॉलर लियोनल मेसी को राज्य में लाने से संबंधित केरल सरकार का एक दावा भ्रामक साबित हुआ है.
केरल सरकार ने दावा किया था कि लियोनल मेसी को लाने के लिए सार्वजनिक धन का उपयोग नहीं किया गया है, जो गलत साबित हुआ है.
दरअसल, केरल के खेल मंत्री वी. अब्दुरहीमान सितंबर 2024 में मेसी को आमंत्रित करने के उद्देश्य से स्पेन गए थे. उनके साथ खेल विभाग के सचिव और खेल एवं युवा मामलों के निदेशक भी थे. इस यात्रा पर 13 लाख रुपए खर्च हुए थे.
यह खुलासा खेल मंत्री वी. अब्दुरहीमान के उस बयान का खंडन करता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि लियोनल मेसी को केरल आमंत्रित करने में सरकार को ‘एक रुपया’ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा.
इस सप्ताह की शुरुआत में खेल मंत्री ने कहा था कि लियोनल मेसी सहित अर्जेंटीना की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम केरल दौरे पर नहीं आएगी. अर्जेंटीना टीम ने अक्टूबर में राज्य की यात्रा में आने वाली कठिनाइयों का हवाला दिया था.
इससे पहले दिए एक बयान में खेल मंत्री ने कहा था कि अर्जेंटीना टीम के अक्टूबर या नवंबर में केरल आने की संभावना है. उन्हें राजकीय अतिथि माना जाएगा. State government खिलाड़ियों की सुरक्षा, आवास और अन्य व्यवस्थाओं का खर्च उठाएगी.
अर्जेंटीना फुटबॉल टीम विश्व की सर्वाधिक लोकप्रिय और सफल टीमों में से एक है. केरल के मलप्पुरम और कोझिकोड में भी टीम को बड़ा समर्थन मिलता है. 2022 में जब अर्जेंटीना ने विश्व कप जीता था, उस समय भी प्रशंसकों में जोश दिखा था. यही वजह है कि मलप्पुरम के मूल निवासी खेल मंत्री मेसी को केरल लाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे.
केरल में दिसंबर में निकाय चुनाव होने हैं और अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं. सूत्रों के मुताबिक, मेसी को आमंत्रित करने के पहले केरल सरकार की राजनीतिक मंशा थी.
खेल मंत्री का बयान झूठा साबित होने के बाद State government को विपक्षी पार्टियों भाजपा-कांग्रेस के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
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पीएके/एबीएम
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