बीजिंग, 16 अप्रैल . हाल ही में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 14 से 15 अप्रैल तक वियतनाम की राजकीय यात्रा की और दोनों पक्षों ने नए युग में साझे भविष्य वाले चीन-वियतनाम समुदाय के निर्माण के लिए एक नया खाका तैयार किया.
इससे यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि दुनिया में इस अशांत समय में, चीन और वियतनाम द्वारा शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर मिलकर काम करना न केवल 1.5 अरब से अधिक लोगों के आम आधुनिकीकरण के लिए अनुकूल होगा, बल्कि प्रभावी रूप से क्षेत्रीय और यहां तक कि विश्व शांति और स्थिरता को बनाए रखेगा और आम विकास को बढ़ावा देगा.
यह यात्रा चीन और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ और “चीन-वियतनाम लोगों के बीच आदान-प्रदान का वर्ष” के अवसर पर हो रही है, जो बहुत महत्वपूर्ण है.
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तावित छह सूत्रीय पहल ने द्विपक्षीय संबंधों के भविष्य के विकास की दिशा बताई है, जिसमें रणनीतिक आपसी विश्वास, सुरक्षा अवरोध, पारस्परिक लाभदायक सहयोग, जनमत बंधन, बहुपक्षीय सहयोग और समुद्री संपर्क जैसे कई पहलुओं में सहयोग को गहरा करने पर जोर दिया गया है. ये उपाय न केवल दोनों देशों की जनता की आम आकांक्षाओं के अनुरूप हैं, बल्कि वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति की तात्कालिक आवश्यकताओं को भी पूरा करते हैं.
चीन-वियतनाम संबंधों की आधारशिला के रूप में आर्थिक और व्यापारिक सहयोग लगातार मजबूत जीवंतता दिखा रहा है. चीन ने कई वर्षों से वियतनाम के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखी है. दोनों पक्षों द्वारा “बेल्ट एंड रोड” और “दो गलियारे और एक चक्र” की रणनीतियों के संयुक्त निर्माण से व्यापारिक आदान-प्रदान को निरंतर गहरा करने को बढ़ावा मिला है. इस यात्रा के दौरान कई सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, विशेष रूप से चीन-वियतनाम रेलवे सहयोग तंत्र का शुभारंभ, जिससे कनेक्टिविटी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग में एक नया स्तर दर्ज हुआ.
वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल की पृष्ठभूमि में चीन और वियतनाम बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को बनाए रखने और एकतरफा धौंस-धमकी का विरोध करने पर आम सहमति पर पहुंच गए हैं. यह न केवल दोनों देशों के साझे हितों की रक्षा है, बल्कि वैश्विक आर्थिक व्यवस्था की स्थिरता में भी सकारात्मक योगदान है. परिवर्तन और उथल-पुथल से भरी अंतर्राष्ट्रीय स्थिति का सामना करते हुए चीन और वियतनाम के बीच घनिष्ठ सहयोग ने निस्संदेह इस क्षेत्र और दुनिया में आत्मविश्वास और ताकत लाई है.
इसके अलावा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी चीन-वियतनाम संबंधों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. “चीनी बुखार” से लेकर “चीनी लहर” के उदय तक और फिर सीमा पार पर्यटन सहयोग क्षेत्रों के संचालन तक, दोनों लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध लगातार गहरा होते रहे हैं. राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तावित “रेड स्टडी टूर” जैसी पहल दोनों देशों के लोगों के बीच आध्यात्मिक दूरी को और कम करेगी तथा साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के लिए एक ठोस जनमत की नींव रखेगी.
साझे भविष्य वाले चीन-वियतनाम समुदाय के गहन निर्माण से न केवल 1.5 अरब से अधिक लोगों को आधुनिकीकरण के फल साझा करने में मदद मिलेगी, बल्कि परिवर्तन से त्रस्त विश्व में मूल्यवान स्थिरता और निश्चितता भी आएगी. शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए दोनों देशों द्वारा मिलकर काम करना न केवल उनकी अपनी समृद्धि और स्थिरता के लिए अनुकूल होगा, बल्कि क्षेत्र और विश्व में शांति और विकास को बढ़ावा देने में भी सकारात्मक योगदान देगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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