अगली ख़बर
Newszop

उच्च शिक्षा के माध्यम से विश्व शांति को बढ़ावा देने के लिए जेजीयू को 'ग्लोबल एजुकेशन फॉर पीस' अवार्ड मिला

Send Push

वाशिंगटन, डी.सी., 23 सितंबर . ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) को स्टार स्कॉलर्स नेटवर्क द्वारा 2025 ग्लोबल एजुकेशन फॉर पीस अवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान उन उच्च शिक्षा संस्थानों को दिया जाता है जो शिक्षा के माध्यम से शांति को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम करते हैं.

यह घोषणा संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस (21 सितंबर) के मौके पर की गई, जिसमें एक अधिक न्यायपूर्ण, समावेशी और टिकाऊ विश्व के निर्माण हेतु शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया गया.

शांति के लिए वैश्विक शिक्षा पुरस्कार दुनिया भर के उन उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) को सम्मानित और मान्यता प्रदान करता है जो शिक्षा के माध्यम से विश्व शांति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. यह पुरस्कार उन संस्थानों का सम्मान करता है जो अपने पाठ्यक्रम में वैश्विक दृष्टिकोण को शामिल करते हैं, छात्रों में वैश्विक नागरिकता की भावना विकसित करते हैं और ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देते हैं जहां सीमाओं से परे बातचीत और सहानुभूति को महत्व दिया जाता है. यह पुरस्कार ऐसे समय में विश्वविद्यालयों की भूमिका को उजागर करता है जब दुनिया में बहुत ज्यादा ध्रुवीकरण और संघर्ष बढ़ रहे हैं. यह बताता है कि विश्वविद्यालय बौद्धिक स्वतंत्रता, सांस्कृतिक समझ और नैतिक नेतृत्व के केंद्र हैं.

नामांकन का मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित वैश्विक समिति द्वारा किया गया. यह मूल्यांकन इस आधार पर किया गया कि प्रत्येक संस्थान ने वैश्विक शिक्षा और शांति को बढ़ावा देने के लिए कितनी गहराई, व्यापकता और प्रभाव के साथ काम किया है. इस कठिन चयन प्रक्रिया में पाठ्यक्रमों की नवीनता, शैक्षणिक दृष्टिकोणों की प्रभावशीलता और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एवं सामुदायिक सहभागिता की सीमा पर विचार किया गया.

पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय के एमेरिटस प्रोफेसर और पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष, प्रोफेसर जॉन सी. वीडमैन के अनुसार, जेजीयू का कार्य “एक आदर्श प्रस्तुत करता है कि कैसे दुनिया भर के विश्वविद्यालय शांति, न्याय और स्थिरता को अपने शैक्षिक मिशन के मूल में समाहित कर सकते हैं.”

इस वर्ष, ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने यह वैश्विक सम्मान अमीरात (यूएई) स्थित अमेरिकी विश्वविद्यालय के साथ साझा किया है. दोनों संस्थान मिलकर आशा और प्रेरणा के शानदार उदाहरण हैं, जो वैश्विक नागरिकता, अंतर-सांस्कृतिक समझ, नैतिक नेतृत्व और शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालयों की परिवर्तनकारी भूमिका को प्रदर्शित करते हैं.

यह पुरस्कार जेजीयू की निम्नलिखित उपलब्धियों को मान्यता देता है:

• नैतिक नेतृत्व, आलोचनात्मक चिंतन और अंतःविषयक शिक्षा पर आधारित पाठ्यक्रम.

• 550 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, जो वैश्विक संवाद और सहयोग को सक्षम बनाते हैं.

• सामुदायिक सहभागिता और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति प्रतिबद्धता.

• ऐसी पहल जो छात्रों को सूचित, जिम्मेदार और दयालु वैश्विक नागरिक बनने के लिए तैयार करती हैं.

ये उपलब्धियां शिक्षा को समाज में शांति, न्याय और स्थिरता की एक शक्ति बनाने के जेजीयू के दृष्टिकोण को दर्शाती हैं. ये India के सबसे वैश्विक विश्वविद्यालयों में से एक के रूप में इसकी भूमिका पर भी जोर देती हैं, जो अलग-अलग संस्कृतियों के बीच बातचीत को बढ़ावा देता है और भविष्य के नेताओं को मानवता की साझा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करता है.

स्टार स्कॉलर्स नेटवर्क के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) उत्तम गौली ने कहा, “इन बेहतरीन संस्थानों को सम्मानित करके, हम शिक्षा की उस परिवर्तनकारी शक्ति का जश्न मना रहे हैं जिसे दुनिया ने अब तक की सबसे शांतिपूर्ण क्रांति के रूप में जाना है. उनका समर्पण हमें दिखाता है कि शांति का सबसे पक्का रास्ता उन क्लासरूम से होकर जाता है जो एक अधिक न्यायपूर्ण और करुणामय दुनिया की कल्पना करने का साहस रखती हैं.”

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के चांसलर नवीन जिंदल ने कहा: “यह पुरस्कार जेजीयू के इस अटूट विश्वास का प्रमाण है कि शांति के लिए शिक्षा सबसे बड़ा माध्यम है. हमारा हमेशा से यह दृष्टिकोण रहा है कि हम एक ऐसा विश्वविद्यालय बनाएं जो सीमाओं से परे जाकर सद्भाव को बढ़ावा दे और भविष्य की पीढ़ियों को मानवता की सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए तैयार करे. जेजीयू को आशा और वैश्विक एकजुटता का प्रतीक बनाने के लिए मुझे अपने समुदाय पर बहुत गर्व है.”

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के कुलपति, प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार, ने कहा: “यह सम्मान न केवल एक गहरा गौरव है, बल्कि उन आदर्शों की सशक्त पुष्टि भी है जिन पर जेजीयू का निर्माण हुआ था. ऐसे समय में जब मानवता ध्रुवीकरण और संघर्ष का सामना कर रही है, विश्वविद्यालयों को संवाद, सहानुभूति और सामूहिक ज्ञान के अभयारण्य के रूप में खड़ा होना चाहिए. यह पुरस्कार हमारे संकाय, छात्रों, कर्मचारियों, पूर्व छात्रों और उन सहयोगियों का है जो शांति की शक्ति के रूप में शिक्षा की भावना को मूर्त रूप देते हैं. इस अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस पर, हम ज्ञान को आगे बढ़ाने, करुणा को पोषित करने और ऐसे नेताओं को आकार देने के लिए खुद को फिर से समर्पित करते हैं जो एक अधिक न्यायपूर्ण, समावेशी और टिकाऊ दुनिया में योगदान देंगे.”

एएस/

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें