पटना, 4 मई . इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रविवार को महागठबंधन के घटक दलों की एक और बैठक हो रही है. इस बैठक में घटक दलों में बेहतर समन्वय और चुनावी रणनीति पर विचार होने की संभावना है. पटना के दीघा आशियाना रोड के एक रिसॉर्ट में होने वाली बैठक के पूर्व सत्ताधारी गठबंधन एनडीए में शामिल जदयू ने इस बैठक को लेकर जोरदार तंज कसा है.
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि महागठबंधन की बैठक उनका आंतरिक मामला है, लेकिन दीघा के जिस रिसॉर्ट में यह बैठक हो रही है, उस इलाके में लोग लालू यादव के शासनकाल में दिन में भी नहीं जाते थे. उन्होंने बैठक में शामिल होने वाले लोगों से मरीन ड्राइव भी देखने की बात कही है. उन्होंने महागठबंधन के नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि इससे बेहतर होता कि राज्य सरकार जो पानी का जहाज चलाती है, उसमें बैठक करते और खुशनुमा माहौल मिलता.
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि लालू यादव अपने बेटे को महागठबंधन का नेता बनाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन इस गठबंधन के नेता इतने निष्ठुर हो गए हैं कि उनकी भावना का भी सम्मान नहीं कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, “महागठबंधन की बैठक का सीधा मतलब है कि ‘लेना न देना, तेजस्वी यादव के लिए केवल फुलेना’ साबित हो रहा है.”
बताया गया कि राजद नेता तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में महागठबंधन के सभी छह घटक दलों के नेता शामिल होंगे. महागठबंधन की यह तीसरी बैठक है. इससे पहले महागठबंधन की पहली बैठक बीते 17 अप्रैल को पटना स्थित राजद कार्यालय में हुई थी, उसके बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में 24 अप्रैल को दूसरी बैठक हुई, जिसमें चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई थी. महागठबंधन की तरफ से हालांकि अब तक मुख्यमंत्री के उम्मीदवार को लेकर किसी नाम की घोषणा नहीं हुई है.
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एमएनपी/एएस
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