नई दिल्ली, 6 नवंबर . नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल के मेंबर रह चुके कुलजीत चहल को एनडीएमसी का नया उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी किया है. इससे पहले सतीश उपाध्याय एनडीएमसी के उपाध्यक्ष थे.
गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक,अनिल वाल्मीकि, सरिता तोमर, दिनेश प्रताप सिंह को गैर-आधिकारिक सदस्य के रूप में नामित किया गया है.
माना जा रहा है कि कुलजीत चहल की पदोन्नति के पीछे एनडीएमसी की बैठक में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने जनहित से जुड़े सवाल उठाना है. जिसकी वजह से कई बार केजरीवाल असहज होकर बैठक को बीच में छोड़कर जा चुके हैं.
कुलजीत चहल आम जनता के मुद्दे जैसे शराबबंदी नीति के खिलाफ, दिल्ली में पीने के पानी की आपूर्ति में विफलता, बाढ़ नियंत्रण में विफलता, दिल्ली में प्रदूषण फैलने में विफलता, शीशमहल जैसे कई मुद्दे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष परिषद की बैठक में उठा चुके हैं. जिसका पूर्व सीएम केजरीवाल बिना कोई जवाब दिए बैठक से चले गए. इतना ही नहीं केजरीवाल जब बिना किसी जवाब के परिषद की बैठक से चले गए, तो उन्होंने इन मुद्दों को सोशल मीडिया पर जोरदार तरीके से उठाया.
इसके अलावा कुलजीत चहल ने एनडीएमसी के सदस्य रहते हुए अस्थाई कर्मियों को गृह मंत्रालय से पक्का करवाना, स्कूलों पर विशेष ध्यान देने जैसे मसले भी उठाए.
कुलजीत चहल ने एनडीएमसी बैठक की धारा-8 के तहत तीन प्रस्ताव पेश किए, जिसमें अरविंद केजरीवाल की इन बैठकों में मौजूदगी पर जोर दिया गया और कहा गया कि ऐसा न करने पर वे परिषद के सदस्य नहीं रहेंगे. उन्होंने जून और जुलाई 2022 और फरवरी 2024 में परिषद की बैठकों में इन प्रस्तावों को पारित करवाया.
एनडीएमसी अधिनियम की धारा-8 के अनुसार, तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी सदस्यता बचाने के लिए हर तीसरी परिषद बैठक में भाग लेना अनिवार्य था.
बता दें कि चेयरमैन समेत चार सदस्यों की घोषणा के बाद एनडीएमसी के गठन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. सभी सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे, उसके बाद काउंसिल की बैठक का रास्ता खुलेगा. उपराज्यपाल वीके सक्सेना अध्यक्ष समेत दूसरे सदस्यों को जल्द ही शपथ दिलाएंगे.
इसी साल अगस्त में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद का कार्यकाल समाप्त हो चुका था. एनडीएमसी के निर्वाचित सदस्यों में नई दिल्ली से लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और दिल्ली कैंट के विधायक वीरेंद्र सिंह कादियान भी परिषद में शामिल हैं.
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एसके/एबीएम
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