रांची, 23 सितंबर . Jharkhand भाजपा ने रोजगार के सवाल पर सत्तारूढ़ हेमंत सोरेन Government पर तीखा जुबानी हमला किया है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने Tuesday को कहा कि ‘हेमंत सोरेन पार्ट-2’ Government युवाओं को रोजगार देने के वादे पर पूरी तरह विफल साबित हुई है. उन्होंने दावा किया कि चुनाव के समय झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 5 वर्षों में 10 लाख Governmentी नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता संभालने के नौ महीने बाद भी यह वादा कागजों से बाहर नहीं निकल पाया.
प्रतुल ने कहा कि गठबंधन ने घोषणा पत्र में स्पष्ट लिखा था कि Government बनने के 6 महीने के भीतर नियुक्तियों का रोडमैप जारी किया जाएगा. लेकिन नौ महीने गुजर जाने के बावजूद न तो कोई रोडमैप सामने आया और न ही नियुक्तियों की रफ्तार तेज हुई. उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि अब तक Government ने केवल 1556 नियुक्ति पत्र बांटे हैं, जो कुल लक्ष्य का महज 0.15 प्रतिशत है. इनमें भी ज्यादातर नियुक्तियां शिक्षा विभाग जैसे सहायक अध्यापक, लैब असिस्टेंट और नगर सेवा संवर्ग से जुड़ी हैं.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह स्थिति बेहद शर्मनाक और निराशाजनक है. उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन के पिछले कार्यकाल में भी 25 लाख नौकरियां देने का वादा किया गया था, लेकिन उस वादे का कोई ठोस हिसाब आज तक जनता को नहीं दिया गया.
Jharkhand लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) ने कई वर्षों की परीक्षाएं एक साथ आयोजित की थीं और 342 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया था, लेकिन उन्हें अब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला. इसपर Government की ओर से भी कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है. प्रतुल शाहदेव ने आरोप लगाया कि मौजूदा Government युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. मौजूदा गति को देखते हुए “10 लाख नौकरियां” देने का वादा कभी पूरा नहीं हो पाएगा.
–
एसएनसी/डीएससी
You may also like
विजयदशमी पर अवैध शराब बिक्री का खुलासा, एक गिरफ्तार
भर्ती परीक्षा घोटाले में फरार चल रहे 25-25 हजार रुपये के दो इनामी आरोपित गिरफ्तार
ब्रेस्ट साइज़ चुटकियों में बड़ा देगी प्याज` की ये अनोखी ड्रिंक जाने इसे बनाने का तरीका
जब चलती ट्रेन के दौरान ड्राइवर को` Toilet लगती है तो क्या रोक दी जाती है ट्रेन? जानिए इस मुश्किल हालात से रेलवे कैसे निपटता है
क्यों लगाती हो सिंदूर? राष्ट्रपति के पूछने` पर भरी महफिल में रेखा ने खोल दिया वो राज जिसके जवाब का था पूरे देश को इंतजार