पटना, 14 अगस्त . बिहार के Chief Minister नीतीश कुमार ने Thursday को वैशाली, पटना, बेगूसराय और मुंगेर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.
Chief Minister ने हवाई सर्वेक्षण के क्रम में वैशाली जिले के राघोपुर दियारा, पटना जिले के काला दियारा, रूपस महाजी, रामनगर, कसहा दियारा तथा मोकामा, बाढ़ एवं फतुहा के टाल क्षेत्र का निरीक्षण किया. साथ ही बेगूसराय और मुंगेर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. Chief Minister ने हवाई सर्वेक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहे.
उन्होंने निचले इलाकों में जहां पानी बढ़ रहा है, इसकी लगातार निगरानी करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी से परिस्थितियों पर पूरी नजर रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि अभियंतागण पूरी तरह अलर्ट रहें और वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें. आपदा प्रबंधन विभाग को लगातार जायजा करते रहने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो.
उन्होंने बाढ़ की स्थिति में प्रभावितों को एसओपी के अनुसार पूरी सहायता उपलब्ध कराने और राहत एवं बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी और संवेदनशीलता के साथ करने के निर्देश दिए. Chief Minister ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी जिलों एवं संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं जिनका अक्षरशः अनुपालन हो. उन्होंने कहा कि नाव संचालन, पॉलिथिन शीट्स, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स, फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि के संबंध में पूरी व्यवस्था रखें ताकि लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जा सके.
हवाई सर्वेक्षण के दौरान Chief Minister के प्रधान सचिव दीपक कुमार, Chief Minister के सचिव अनुपम कुमार, Chief Minister के सचिव कुमार रवि तथा आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव चंद्रशेखर सिंह मौजूद रहे. उल्लेखनीय है कि अधिक वर्षापात के कारण गंगा नदी के किनारे के 10 जिले भोजपुर, पटना, सारण, वैशाली, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर एवं कटिहार विशेष रूप से बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ से इन 10 जिलों के 54 प्रखंडों की 348 पंचायतों की 25 लाख आबादी प्रभावित हुई है. एनडीआरएफ की सात टीमें और एसडीआरएफ की 9 टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. 60 मोटर बोट और 1233 नाव लगातार कार्यरत हैं.
–
एमएनपी/डीएससी
You may also like
जेल से बाहर आते ही सीधे जंगल बुलाया अपनीˈ गर्लफ्रेंड को फिर जो हुआ उसने इस लव स्टोरी को बना दिया बिल्कुल अलग
देश विभाजन के लिए कांग्रेस और नेहरू जिम्मेदार : हरीश
मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे सेवा देने वाले मेडिकल स्टोर दवा दोस्त का शुभारंभ
भारत विभाजन के लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए: योगी आदित्यनाथ
हाईवे पर बस और बोलेराे की टक्कर, दस साल के मासूम की मौत