नई दिल्ली: चाय की चुस्की लेना कई लोगों को पसंद है। खासकर इसके साथ पकौड़े या बिस्किट मिल जाए तो मजा दोगुना हो जाता है, लेकिन दुनिया के कुछ ऐसी देश हैं, जहां चाय के साथ कीड़े-मकोड़ों सर्व किए जाते हैं।
इतना ही नहीं लोग इन कीड़े-मकोड़ों को बड़े ही चाव से अपने खाने में शामिल करते हैं।
कंबोडिया में खाते हैं मकड़ी कई लोगों को आंख खुलने से पहले चाय चाहिए होती है। चाय पीने के मामले में भारत भी आता है, लेकिन सबसे ज्यादा चाय पीने की लिस्ट में सबसे पहला नाम टर्की का है। टर्की में लोग सबसे ज्यादा चाय का सेवन करते हैं। क्या आप जानते है कि एक ऐसा देश है जहां चाय के साथ कीड़े-मकोड़े सर्व किए जाते हैं। बता दें कि इस देश के लोग चाय के साथ बिस्कुट या नमकीन नहीं मकड़ी को खाते हैं। बता दें कि कंबोडिया देश में लोग चाय के साथ लोग भूनी हुई मकड़ी खाना पसंद करते हैं। कंबोडिया में रोस्टेड मकड़ी कई लोगों की पसंदीदा डिश है। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। ।
चाइना में खाया जाता है बिच्छू इसे चाय के साथ स्नैक्स के तौर पर खाया जाता है। अगर आप कंबोडिया में किसी के साथ चाय पिएंगे, तो वहां पर नमकीन नहीं बल्कि आपको मकड़ी सर्व की जाती है। चीन में चाय के साथ बिच्छु सर्व किया जाता है। वैसे तो बिच्छु जहरीला होता है लेकिन यहां उसका जहर निकालकर इसे फ्राई करके खाया जाता है। यहां पर चाय के साथ फ्राई बिच्छु बड़े चाव से खाया जाता है। वहीं बात करें थाईलैंड की तो इस देश में चाय के साथ कई कीड़े-मकोड़े खाए जाते है।
रेशम का कीड़ा है फेवरेट डिश साउथ कोरिया वैसे तो सिल्कवर्म का इस्तेमाल रेशम के कपड़ों के निर्माण में किया जाता है. लेकिन साउथ कोरिया में इसे बड़े चाव से खाया जाता है. शाम के नाश्ते में लोग सिल्कवर्म को पका कर खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा थाईलैंड की खास डिश जानकर तो आप काफी हैरान हो जाएंगे। बता दें कि थाईलैंड में चाय के साथ झींगुर सर्व किया जाता है। थाईलैंड के लोगों को चाय के साथ झींगुर खाना काफी पसंद है। यहां रहने वाले लोग बाजारों के खरीदकर झींगुर का स्नैक के तौर पर खाते हैं। थाईलैंड के कई लोगों की फेवरेट डिश में झींगुर शामिल होती है। थाईलैंड लोग झींगुर को फ्राई करके खाते हैं।
You may also like
OMG: 1वीं मंजिल से नीचे गिरी दो साल कि बच्ची, जाबाज़ डिलीवरी बॉय ने ऐसे किया कैच, आप भी देखें ˠ
32 असम राइफल्स को गवर्नर का सम्मान
दमोह के बांदपुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा भव्य जागेश्वरनाथ धाम कॉरीडोर
मप्रः आयुष स्वास्थ्य संस्थाओं को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश
'एआई भारत @ एमपी' कार्यशाला में हुआ डिजिटल गवर्नेंस, आधार-अनुप्रयोग और तकनीकी नवाचारों पर मंथन