OpenAI के पॉपुलर एआई टूल ChatGPT का क्रेज केवल बड़ों में ही नहीं बल्कि बच्चों में भी बढ़ता जा रहा है लेकिन माता-पिता को अपने छोटे बच्चों पर ध्यान देने की जरूरत है. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में एक रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि चैटजीपीटी बच्चों को जानलेवा सलाह दे रहा है. इस बात का खुलासा Center for Countering Digital Hate के शोधकर्ताओं ने किया है.
सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट के शोधकर्ताओं ने चैटजीपीटी की टेस्टिंग करने के लिए खुद को 13 साल के बच्चों की तरह ड्रग्स, खान-पान संबंधी विकारों और आत्महत्या जैसे संवेदनशील विषयों पर मदद मांगने के लिए सलाह मांगी. शोधकर्ताओं ने टेस्टिंग के दौरान पाया कि शुरुआत में तो चैटजीपीटी ने चेतावनी के साथ सलाह दे रहा था लेकिन बाद में ChatGPT आत्महत्या का नोट लिखने और शराब पीने की खतरनाक सलाह देने लगा.
70 फीसदी बच्चे करते हैं AI का इस्तेमालOpenAI ने इस मुद्दे को स्वीकार किया और कहा कि कंपनी सिस्टम को सुधारने पर काम कर रही है ताकि ChatGPT हमेशा सही प्रतिक्रिया और हेल्पलाइन की जानकारी प्रदान कर सके. सर्वे के दौरान पाया गया कि 70 फीसदी अमेरिकी बच्चे AI चैटबॉट्स का इस्तेमाल करते हैं और छोटे बच्चे अधिकतर एआई द्वारा दिए जा रहे सुझाव पर भरोसा कर बैठते हैं, ऐसे में AI सिस्टम का खतरनाक सुझाव बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल सकता है.
सुरक्षा और निगरानी की जरूरतएआई बच्चों को खतरनाक सलाह दे रहा है, ऐसे में ये जरूरी हो जाता है किमाता-पिता की निगरानी को मजबूत करने की आवश्यकता है, क्योंकि बच्चे आसानी से एआई सिस्टम पर भरोसा कर जिंदगी खतरे पर डाल सकते हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि एआई सिस्टम में इन सुरक्षा खामियों को सुधारना बेहद जरूरी है, नहीं तो एआई के कारण दी गई सलाह किसी बच्चे की जान पर भारी पड़ सकती है.
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