Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अक्सर चर्चा में रहते हैं। विवादों से उनका पुराना संबंध है। हाल ही में, वे ग्रेटर नोएडा में थे, जहां उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। बागेश्वर धाम का दावा है कि वे लोगों के मन की बात को समझ लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाबा बागेश्वर (Bageshwar Dham) इस कार्य के लिए कितनी राशि लेते हैं? उनकी कथा में इतनी भीड़ क्यों होती है और उनकी कुल संपत्ति कितनी है? आइए, जानते हैं उनके बारे में।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का परिचय
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishan Shastri) का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था। एक समय ऐसा था जब उनके घर में खाने की कमी थी और वे एक कच्चे मकान में रहते थे, जो बारिश में टपकता था। उनका जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गड़ागंज गांव में हुआ। उनका पूरा परिवार वहीं रहता है, जहां प्राचीन बागेश्वर धाम का मंदिर स्थित है। उनके दादा पंडित भगवान दास गर्ग (सेतु लाल) भी यहीं पूजा करते थे।
मन की बात पढ़ने का दावा
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दावा है कि वे भक्तों के मन की बात को पढ़ सकते हैं। जब कोई भक्त अपनी समस्या लेकर उनके पास आता है, तो वे पहले ही उसे कागज पर लिख लेते हैं और उसका समाधान भी बता देते हैं। बागेश्वर धाम का कहना है कि यह ध्यान विधि का परिणाम है, जो सनातन धर्म की प्राचीन परंपरा है। वे आभासी शक्ति के माध्यम से भक्त की समस्या को जानकर उसे कागज पर लिखते हैं। हनुमान जी की कृपा से यह सही हो जाता है। उनके पास एक मुगदर है, जो हनुमान जी की गदा की तरह दिखता है, और उनका कहना है कि इसी से उन्हें शक्तियां मिलती हैं।
बागेश्वर धाम की संपत्ति
बाबा बागेश्वर की मासिक आय लगभग 3.5 लाख रुपये है, और वे प्रतिदिन करीब आठ हजार रुपये कमाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 19.50 करोड़ रुपये है। वे कथा, प्रवचन और मन की बात पढ़कर कमाई करते हैं। लाखों भक्तों के विश्वास से उन्हें हर साल काफी चढ़ावा भी मिलता है। अनुमान है कि बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) की एक कथा 15 दिन तक चलती है, जिसके लिए उनकी फीस एक से डेढ़ लाख रुपये होती है।
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