मध्य प्रदेश का पुलिस विभाग इस समय विवादों में घिरा हुआ है। विभिन्न जिलों से पुलिस के खिलाफ अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं, जिससे आम जनता का पुलिस पर विश्वास कम हो रहा है। हाल ही में, कुछ ही दिनों में हत्या और डकैती के मामले दर्ज हुए हैं। इन घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
घटनाओं की सूची घटनाओं पर एक नजर
- भोपाल में, दो कांस्टेबलों ने DSP के 21 वर्षीय साले उदित की हत्या कर दी। दोनों पर हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया।
- सिवनी में, हवाला के 3 करोड़ रुपए की चोरी के मामले में SDOP पूजा पांडे सहित 11 पुलिसकर्मियों पर डकैती का मामला दर्ज किया गया। इनमें से पूजा पांडे समेत छह को गिरफ्तार किया गया है।
- बालाघाट में, पुलिस ने मालखाने से 85 लाख रुपए चुराकर जुए में लगा दिए। इसके बाद प्रभारी को निलंबित किया गया और कटनी जिले के चार पुलिसकर्मियों को जिला बदर किया गया।
मुख्यमंत्री का हस्तक्षेप मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
भोपाल और सिवनी में हुई घटनाओं पर पुलिस अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे। अंततः मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इन मामलों का संज्ञान लिया और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद हत्या और डकैती के मामले दर्ज किए गए।
पुलिस की भूमिका पर सवाल पुलिस की सुरक्षा पर सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव सिंह बरौलिया ने कहा कि जनता को पुलिस से सुरक्षा की उम्मीद होती है, लेकिन यहां तो रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। पुलिस हत्या और डकैती में लिप्त है। गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास है, उन्हें इस पर जवाब देना चाहिए।
आरोपियों पर कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
बीजेपी प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा कि मोहन यादव सरकार में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। सभी मामलों में उचित कार्रवाई की गई है।
आईजी का बयान आईजी जबलपुर रेंज की जानकारी
सिवनी हवाला मनी लूटकांड के संबंध में आईजी प्रमोद वर्मा ने बताया कि SDOP पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज की गई है। सिवनी पुलिस ने पूजा पांडे को गिरफ्तार किया है। सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अपहरण और डकैती की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। विशेष जांच दल भी गठित किया गया है।
जांच की प्रक्रिया हत्या और डकैती की जांच
सिवनी हवाला मनी लूटकांड की जांच के लिए जबलपुर के एडिशनल एसपी क्राइम जितेंद्र सिंह की अगुवाई में SIT का गठन किया गया है। इन घटनाओं के कारण पुलिस विभाग में हलचल मची हुई है। सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश पुलिस का मजाक उड़ाया जा रहा है। यह पहली बार है जब एक हफ्ते के भीतर पुलिस पर हत्या और डकैती के मामले दर्ज हुए हैं।
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