यदि आपको भोजन के तुरंत बाद गैस, पेट फूलने की समस्या या मल के बाद भी असुविधा महसूस होती है, तो यह इर्रिटेबल बॉवल सिंड्रोम (आईबीएस) का संकेत हो सकता है। हार्वर्ड प्रशिक्षित चिकित्सक ने इस स्थिति के लिए 10 प्रभावी उपाय साझा किए हैं।
पाचन तंत्र का स्वास्थ्य संपूर्ण शरीर पर प्रभाव डालता है। यदि आप अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो यह विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकता है। आईबीएस एक सामान्य पाचन समस्या है, जिसमें पेट और आंतों से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं। इसके लक्षणों में पेट दर्द, अत्यधिक गैस, डायरिया, कब्ज, और मल में चिपचिपा पदार्थ शामिल हैं।
डॉक्टर सौरभ सेठी ने आईबीएस के उपचार के लिए दवा लेने से पहले कुछ उपाय करने की सलाह दी है।
लो फोडमैप डाइट: सबसे पहले, डॉक्टर ने लो फोडमैप डाइट अपनाने की सलाह दी है, जिसमें ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल नहीं किया जाता जो गैस और ब्लोटिंग का कारण बनते हैं। इसमें हरी सब्जियां, फल, और नट्स शामिल हैं।
अदरक का चूरन: अदरक में एंटी-नॉजिया गुण होते हैं। आधा इंच अदरक को पानी में उबालकर धीरे-धीरे पीना फायदेमंद होता है।
पेपरमिंट: पेपरमिंट ऑयल और चाय पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम देती हैं।
कैमोमाइल टी: यह हर्बल चाय पेट की समस्याओं को कम करती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करती है।
सॉल्यूबल फाइबर: ओट्स और केले जैसे सॉल्यूबल फाइबर का सेवन धीरे-धीरे बढ़ाना चाहिए।
इसके अलावा, रोजाना 2 लीटर पानी पीना, नियमित एरोबिक व्यायाम करना, प्रोबायोटिक्स का उपयोग करना, कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम करना, और कम से कम 7 घंटे की नींद लेना भी महत्वपूर्ण है।
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