अंक ज्योतिष के अनुसार, 1 से 9 तक की संख्याएं मूलांक कहलाती हैं, जो किसी व्यक्ति की जन्मतिथि पर निर्भर करती हैं। प्रत्येक मूलांक का एक विशेष ग्रह से संबंध होता है, और उसी ग्रह के अनुसार एक शुभ रत्न भी निर्धारित किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति अपने मूलांक के अनुसार सही रत्न धारण करता है, तो उसे जीवन में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, रत्न धारण करने से पहले एक अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना आवश्यक है। आइए जानते हैं कि मां लक्ष्मी किस मूलांक के जातकों पर विशेष कृपा करती हैं।
मूलांक 6 का प्रतीक: सौंदर्य और वैभव
यदि किसी व्यक्ति का जन्म 6, 15 या 24 तारीख को हुआ है, तो उसका मूलांक 6 होगा। इस मूलांक का स्वामी शुक्र देव हैं, जिन्हें ज्योतिष में सौंदर्य, भौतिक सुख-सुविधाएं, प्रेम, कला और विलासिता का प्रतीक माना जाता है। मूलांक 6 के जातकों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है, जिससे उन्हें जीवन में समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
मूलांक 6 के लोग भौतिक सुखों और जीवन के आनंद का अनुभव करते हैं। ये जातक अपने परिश्रम से धन-संपत्ति अर्जित करते हैं। सफेद रंग की वस्तुओं का दान (जैसे खीर, चावल, या कौड़ी) इन लोगों के लिए शुभ माना जाता है। पूजा के समय मां लक्ष्मी को कमल का फूल, कौड़ी, और श्रीफल अर्पित करना चाहिए, जिससे देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
मूलांक 6 के व्यक्तित्व की विशेषताएं
मूलांक 6 वाले लोग स्वभाव से व्यवस्थित, विश्वसनीय और शांतिप्रिय होते हैं। इनका व्यक्तित्व इतना आकर्षक होता है कि लोग स्वतः ही इनकी ओर खिंचे चले आते हैं, जिससे ये जल्दी मित्र बना लेते हैं। ये उदार होते हैं और शुक्र ग्रह के प्रभाव से इन्हें संगीत, नृत्य, चित्रकला जैसी कलात्मक गतिविधियों में गहरी रुचि होती है। प्रसिद्ध अभिनेता अनिल कपूर और बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा भी इसी मूलांक के प्रभावशाली उदाहरण हैं.