नई दिल्ली: ऑयल सेक्टर की सरकारी कंपनी Oil India Ltd के स्टॉक पर मंडे को निवेशकों की नज़र रहने वाली है. इसका कारण यह है कि कंपनी ने बताया है कि उसे एक बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल, ऑयल इंडिया को अंडमान बेसिन के उथले पानी में अपने एक अपतटीय ब्लॉक में पहली बार नैचुरल गैस मिली है. इस ख़बर के बाद स्टॉक में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने की उम्मीद है.
कंपनी को मिली बड़ी कामयाबीसरकारी कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) को अंडमान शैलो ऑफशोर ब्लॉक में विजयपुरम-2 नाम के अपने दूसरे एक्सप्लोरेशन कुएं में प्राकृतिक गैस मिली है. इस कुएं की खुदाई ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) के तहत की गई थी.
ट्रायल प्रोडक्शन फ्लो के दौरान लिए गए गैस नमूनों के प्रारंभिक परीक्षण से इस बात की पुष्टि हो पाई कि प्राकृतिक गैस मौजूद है. वैज्ञानिक आइसोटोप अध्ययन कर रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि प्राकृतिक गैस का निर्माण कैसे हुआ और क्या इससे हाइड्रोकार्बन के सोर्स, उनके ट्रांसफर, या उनके इकट्ठा होने की जगह का पता लगाने में मदद मिल सकती है.
पहली बार मिली नैचुरल गैसयह पहली बार है जब ऑयल इंडिया (OIL) को अपने अंडमान ब्लॉकों में हाइड्रोकार्बन (प्राकृतिक गैस की तरह) मिला है. अभी तक, कंपनी को इस जगह पर कोई कच्चा तेल के होने का पता नहीं लगा है. यह पता लगाने के लिए कि प्राकृतिक गैस की खोज कितनी बड़ी है, बड़े संभावित इलाकों पर और अधिक टेस्टिंग की जा रही है.
बड़ा बदलाव आने की उम्मीदपेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि भारत अंडमान सागर में प्राकृतिक गैस की एक बहुत बड़ी खोज कर सकता है, जिसका आकार गुयाना में हुई बड़ी खोजों के बराबर होगा. इससे भारत की तेल और गैस की स्थिति में बड़ा बदलाव आ सकता है.
ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी भारत की तेल और गैस कंपनियाँ अंडमान क्षेत्र में अपने ब्लॉकों की खोज कर रही हैं और किसी बड़ी खोज की उम्मीद कर रही हैं. उन्होंने कुओं की खुदाई शुरू कर दी है और किसी महत्वपूर्ण खोज का इंतज़ार कर रही हैं.
कंपनी ने असम, राजस्थान, महानदी और अंडमान में 57 कुओं की खुदाई पूरी कर ली है. साथ ही, कंपनी ने असम में 5,900 मीटर और अंडमान में 4,200 मीटर तक की गहराई तक खुदाई का काम पूरा कर लिया गया है.
कंपनी को मिली बड़ी कामयाबीसरकारी कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) को अंडमान शैलो ऑफशोर ब्लॉक में विजयपुरम-2 नाम के अपने दूसरे एक्सप्लोरेशन कुएं में प्राकृतिक गैस मिली है. इस कुएं की खुदाई ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) के तहत की गई थी.
ट्रायल प्रोडक्शन फ्लो के दौरान लिए गए गैस नमूनों के प्रारंभिक परीक्षण से इस बात की पुष्टि हो पाई कि प्राकृतिक गैस मौजूद है. वैज्ञानिक आइसोटोप अध्ययन कर रहे हैं ताकि पता लगाया जा सके कि प्राकृतिक गैस का निर्माण कैसे हुआ और क्या इससे हाइड्रोकार्बन के सोर्स, उनके ट्रांसफर, या उनके इकट्ठा होने की जगह का पता लगाने में मदद मिल सकती है.
पहली बार मिली नैचुरल गैसयह पहली बार है जब ऑयल इंडिया (OIL) को अपने अंडमान ब्लॉकों में हाइड्रोकार्बन (प्राकृतिक गैस की तरह) मिला है. अभी तक, कंपनी को इस जगह पर कोई कच्चा तेल के होने का पता नहीं लगा है. यह पता लगाने के लिए कि प्राकृतिक गैस की खोज कितनी बड़ी है, बड़े संभावित इलाकों पर और अधिक टेस्टिंग की जा रही है.
बड़ा बदलाव आने की उम्मीदपेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि भारत अंडमान सागर में प्राकृतिक गैस की एक बहुत बड़ी खोज कर सकता है, जिसका आकार गुयाना में हुई बड़ी खोजों के बराबर होगा. इससे भारत की तेल और गैस की स्थिति में बड़ा बदलाव आ सकता है.
ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसी भारत की तेल और गैस कंपनियाँ अंडमान क्षेत्र में अपने ब्लॉकों की खोज कर रही हैं और किसी बड़ी खोज की उम्मीद कर रही हैं. उन्होंने कुओं की खुदाई शुरू कर दी है और किसी महत्वपूर्ण खोज का इंतज़ार कर रही हैं.
कंपनी ने असम, राजस्थान, महानदी और अंडमान में 57 कुओं की खुदाई पूरी कर ली है. साथ ही, कंपनी ने असम में 5,900 मीटर और अंडमान में 4,200 मीटर तक की गहराई तक खुदाई का काम पूरा कर लिया गया है.
You may also like
बारिश में रानी चटर्जी को आने लगी 'किसी खास' की याद, कहा- क्यों ना निकले घर से दिल
VIDEO: ICC की चेतावनी के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाज ने बदला अंदाज़, अर्धशतक पर किया शांत सेलिब्रेशन
जब महमूद की कॉमेडी ने एयरपोर्ट पर कस्टम की जांच में दिलाई थी छूट
गौहर खान ने की दूसरे बेटे के नाम की घोषणा
अपने घर से अभी बाहर फेंक दें ये 6 चीजें, आपकी सेहत के लिए नहीं हैं अच्छी