अहमदाबाद स्थित बीएलटी लॉजिस्टिक्स ने 11 अगस्त को BSE SME प्लेटफॉर्म पर 90.95 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्टिंग की, जो इसके इश्यू प्राइस 75 रुपये से 21.3% अधिक है। इश्यू साइज में छोटे इस एसएमई आईपीओ ने अपने निवेशकों को बड़ा फायदा दिया है। शेयर लिस्टिंग के पहले ग्रे मार्केट में इस इश्यू के शेयर 25 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहे थे जो कैप प्राइस की तुलना में 33.3 प्रतिशत अधिक था।
यह बुक बिल्ट इश्यू 4 अगस्त को खुला और 6 अगस्त को बंद हुआ था, जिसमें 12.96 लाख नए शेयर जारी किए गए। कंपनी के आईपीओ को जबरदस्त 560.69 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो इस साल SME सेगमेंट में सबसे ऊंची ओवरसब्सक्रिप्शन में से एक है। गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 1,017.63 गुना, रिटेल निवेशकों ने 637.20 गुना और योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) ने 81.80 गुना सब्सक्रिप्शन किया।
2011 में स्थापित बीएलटी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड विभिन्न उद्योगों को कंटेनर ट्रकों के जरिए सामान की सतही परिवहन सेवा और वेयरहाउसिंग सुविधाएं प्रदान करती है। कंपनी का संचालन खुद के बेड़े, साबरमती एक्सप्रेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (99.99% सब्सिडियरी) और थर्ड पार्टी ऑपरेटरों के सहयोग से होता है।
मार्च 2024 तक कंपनी के पास 90 परिचालन वाहन (3.5MT से 18MT) और साबरमती ब्रांड के तहत 15 वाहन (9MT) शामिल हैं।
कंपनी B2B सेगमेंट में FTL, LTL, पैकिंग, मूविंग और प्रोजेक्ट कार्गो ट्रांसपोर्टेशन जैसी सेवाएं देती है। 2023 में कंपनी ने तीन प्रमुख स्थानों पर लीज पर वेयरहाउसिंग शुरू की, जो इलेक्ट्रॉनिक, रिटेल, फूड और मल्टीनेशनल कंपनियों को MIS बेस्ड इन्वेंटरी रिपोर्टिंग के साथ सेवाएं देती है।
31 मार्च 2025 और 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच बीएलटी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के राजस्व में 21% की वृद्धि हुई और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 23% की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 25 में कंपनी का रेवेन्यू 49.43 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 3.84 करोड़ रुपये रहा।
बीएलटी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड आईपीओ से प्राप्त शुद्ध राशि में से करीब 3.88 करोड़ रुपये का उपयोग ट्रकों और उससे जुड़े सहायक उपकरणों की खरीद जैसे पूंजीगत व्यय आवश्यकताओं को पूरा करने में करेगी। इसके अलावा, लगभग 2.80 करोड़ रुपये कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए निर्धारित किए गए हैं। शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इतनी बड़ी सब्सक्रिप्शन और मजबूत जीएमपी के चलते शानदार लिस्टिंग हुई, हालांकि आगे के लाभ डिलीवरी वॉल्यूम, लिक्विडिटी और निवेशकों की रुचि पर निर्भर करेंगे।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
यह बुक बिल्ट इश्यू 4 अगस्त को खुला और 6 अगस्त को बंद हुआ था, जिसमें 12.96 लाख नए शेयर जारी किए गए। कंपनी के आईपीओ को जबरदस्त 560.69 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो इस साल SME सेगमेंट में सबसे ऊंची ओवरसब्सक्रिप्शन में से एक है। गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 1,017.63 गुना, रिटेल निवेशकों ने 637.20 गुना और योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) ने 81.80 गुना सब्सक्रिप्शन किया।
2011 में स्थापित बीएलटी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड विभिन्न उद्योगों को कंटेनर ट्रकों के जरिए सामान की सतही परिवहन सेवा और वेयरहाउसिंग सुविधाएं प्रदान करती है। कंपनी का संचालन खुद के बेड़े, साबरमती एक्सप्रेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (99.99% सब्सिडियरी) और थर्ड पार्टी ऑपरेटरों के सहयोग से होता है।
मार्च 2024 तक कंपनी के पास 90 परिचालन वाहन (3.5MT से 18MT) और साबरमती ब्रांड के तहत 15 वाहन (9MT) शामिल हैं।
कंपनी B2B सेगमेंट में FTL, LTL, पैकिंग, मूविंग और प्रोजेक्ट कार्गो ट्रांसपोर्टेशन जैसी सेवाएं देती है। 2023 में कंपनी ने तीन प्रमुख स्थानों पर लीज पर वेयरहाउसिंग शुरू की, जो इलेक्ट्रॉनिक, रिटेल, फूड और मल्टीनेशनल कंपनियों को MIS बेस्ड इन्वेंटरी रिपोर्टिंग के साथ सेवाएं देती है।
31 मार्च 2025 और 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच बीएलटी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के राजस्व में 21% की वृद्धि हुई और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 23% की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 25 में कंपनी का रेवेन्यू 49.43 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 3.84 करोड़ रुपये रहा।
बीएलटी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड आईपीओ से प्राप्त शुद्ध राशि में से करीब 3.88 करोड़ रुपये का उपयोग ट्रकों और उससे जुड़े सहायक उपकरणों की खरीद जैसे पूंजीगत व्यय आवश्यकताओं को पूरा करने में करेगी। इसके अलावा, लगभग 2.80 करोड़ रुपये कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए निर्धारित किए गए हैं। शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इतनी बड़ी सब्सक्रिप्शन और मजबूत जीएमपी के चलते शानदार लिस्टिंग हुई, हालांकि आगे के लाभ डिलीवरी वॉल्यूम, लिक्विडिटी और निवेशकों की रुचि पर निर्भर करेंगे।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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